अपने घरों को जा रहे लोग इन बातों का ध्यान रखकर खुद को और दूसरों को कर सकते हैं सुरक्षित
हर स्टेशन और बस अडडे पर इस वक्त अपने घर वापस जाने की चाह रखने वाले श्रमिकों की भीड़ मौजूद है। इसकी वजह से संक्रमण का भी खतरा बढ़ गया है।
नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से काम धंधा बंद होने की वजह से लाखों मजदूरों ने अपने घर की तरफ रुख किया है। ऐसे में संक्रमण का खतरा भी बढ़ा है। कहीं न कहीं कोरोना के लगातार बढ़ते मामले इस ओर इशारा भी कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें अपनी तरफ से इस बात की कोशिश कर रही हैं कि इस संक्रमण की रफ्तार को कम या खत्म किया जा सके। लेकिन एक हकीकत ये भी है कि हमारी ही अपनी लापरवाही इस संक्रमण के बढ़ने की सबसे बड़ी वजह बन रही है।
ऐसे में हर किसी को ध्यान देने की जरूरत है। वो सभी लोग जो इस दौरान अपने घर जाने के लिए तैयार हैं उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें अपने परिवार को खुद को सुरक्षित अपने घर तक पहुंचाना है। साथ ही न तो खुद संक्रमित होना है और न ही दूसरों को संक्रमित करना है।
इसके लिए बेहद जरूरी है कि वे सरकार द्वारा दी जा रही सभी गाइडलाइंस को फॉलो करें। इसके अलावा भी उन्हें कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा, जो इस प्रकार हैं:-
- घर लौटते मजदूरों के लिए सरकार विभिन्न उपाय कर रही है। इसमें ट्रेन और बस से उन्हें घर भेजना शामिल है। लिहाजा संयंम से काम लेना होगा। किसी के बेहकावे में या बातों में आकर अपनी जिंदगी, अपने परिवार की जिंदगी और दूसरों की जिंदगी को दांव पर नहीं लगाना है।
- सरकार द्वारा दी जा रही जानकारियों को पूरी तरह से ध्यान में रखते हुए अगला कदम उठाना है। बेवजह इस तपती दोपहरी में घंटों भूखे प्यासे पैदल न चलें और अपनी बारी का इंतजार करें।
- अपने घर वापस जा रहे लोग बेवजह की भीड़ न बढ़ाएं। कोरोना संक्रमण की चाल को रोकने का जो उपाय एक दूसरे से दूरी बनाए रखने के तौर पर हमारे सामने आ चुका है उसका पूरी तरह से पालन करें। यदि ऐसा न हुआ पहले आप इसकी चपेट में आएंगे और फिर आपका परिवार और इसके बाद धीर-धीरे दूसरे लोग भी इसकी चपेट में आए जाएंगे।
- रास्ते में बंट रहे खाने पीने की चीजों को भी ध्यान से और दूरी बनाते हुए ही हासिल करें। इन्हें पाने के लिए के लिए भीड़ का हिस्सा न बनें। ये खतरनाक साबित हो सकता है।
- अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप जरूर डाउनलोड करें। इससे आपको ये जानने में मदद मिलती रहेगी कि आपके पास कौन और कहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति मौजूद है।
- रेलवे स्टेशन हो या वापसी के लिए सरकार द्वारा बनाई गई तय जगह, कहीं भी भीड़ इकट्ठी न करें। सुरक्षाकर्मियों की पूरी मदद करें। ये आपके लिए ही 24 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं। कोरोना प्रहरियों को किसी भी तरह से बुरा-भला न कहें और जिम्मेदार नागरिक बनें। यदि आपका जाना सुनिश्चित हो गया है तो एक बार दिल से इन्हें धन्यवाद भी दें।
- यदि आप किसी भी तरह से अस्वस्थ्य महसूस कर रहे हैं तो किसी भी सूरत से आगे कदम न बढ़ाएं और बेहतर होगा कि आप 14 दिनों के लिए खुद को होम क्वारंटाइन कर लें। इसमें ही आपकी और दूसरों की भलाई है।
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