सवा दो लाख श्रद्धालु कर चुके हैं बाबा अमरनाथ के दर्शन
अभी यात्रा में एक महीने से अधिक समय शेष है।
जम्मू [रोहित जंडियाल]। विपरीत मौसम और कश्मीर के खराब हालात के बावजूद श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है। तीन साल बाद फिर ऐसा उत्साह दिख रहा है। यात्रा के पहले 24 दिनों में ही दो लाख 30 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। अभी यात्रा में एक महीने से अधिक समय शेष है। शनिवार को भी 1632 श्रद्धालुओं का एक जत्था जम्मू स्थित आधार शिविर से बाबा के दर्शन के लिए पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ।
दो साल पहले हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के कारण कश्मीर के हालात खराब हो गए थे। इसका असर बाबा अमरनाथ की यात्रा पर पड़ा और 2016 में मात्र दो लाख 20 हजार श्रद्धालु ही यात्रा पर आए थे। पिछले साल भी यात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले के बाद यात्रा में कमी आ गई थी।
हालांकि, पहले से यात्रा बढ़ी मगर दो लाख 60 हजार श्रद्धालुओं ने ही बाबा के दर्शन किए। इस साल यात्रा शुरू होने से पहले कश्मीर के जो हालात थे, उसे देखकर अनुमान लगाया जा रहा था कि यात्रा में कमी आ सकती है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यात्रा से ठीक पहले गठबंधन सरकार के टूटने और राज्यपाल शासन लगने के बाद यात्रियों में उत्साह बढ़ा। इससे पहले 2015 में 3.52 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे। इस बार आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने भी कहा कि यात्रा में आने वालों को कोई खतरा नहीं है। सभी श्रद्धालु उनके मेहमान हैं।
मौसम ने कई बार रोकी यात्रा
इस बार खराब मौसम के कारण कई बार यात्रा को रोकना पड़ा। यात्रा के पहले तीन दिन भारी बारिश के कारण पहलगाम और बालटाल में ही यात्रियों को रोकना पड़ा। बालटाल मार्ग पर भूस्खलन के कारण पांच यात्रियों की मौत हुई और तब भी यात्रा को रोकना पड़ा। अभी तक चार बार जम्मू में आधार शिविर भगवती नगर से भी जत्था रवाना नहीं हुआ। मगर इसका असर यात्रा पर नहीं पड़ा।
सीधे पहुंच रहे यात्री
यात्रा शुरू होने से पहले दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया था। यात्रा में बहुत से श्रद्धालु ऐसे हैं, जो बिना पंजीकरण के ही सीधे जम्मू पहुंच रहे हैं। अभी तक 80 हजार से ज्यादा श्रद्धालु करंट रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
पिछले 20 वर्षो में आतंकी हमलों में 60 श्रद्धालुओं की मौत को देखते हुए यात्रा में लखनपुर से लेकर भवन तक सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। इस बार श्रद्धालुओं की गाडि़यों में चिप लगाई जा रही है ताकि सुरक्षा के लिहाज से उन्हें ट्रैक किया जा सके। यही नहीं, जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और सेना के जवानों को जगह-जगह तैनात किया गया है। पूरे राजमार्ग पर इनकी तैनाती है। यात्रा पर ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।
सालः कुल श्रद्धालु
2010 : 4.55 लाख
2011 : 6.36 लाख
2012: 6.22 लाख
2013: 3.53 लाख
2014 : 3. 72 लाख
2015 : 3.52 लाख
2016 : 2.20 लाख
2017 : 2. 60 लाख