TikTok: घर से भागी किशोरी का भावनात्मक पत्र, कहा- किसी लड़के के साथ नहीं भाग रही
किशोरी ने अपने पत्र में लिखा मैं बाबा (पिता) के बर्ताब से बहुत दुखी हूं। तुम मेरे बारे में बहुत ज्यादा मत सोचो। और भगवान की कसम खाओ कि तुम इस कारण से आत्महत्या नहीं करोगी।
मुंबई, सूरज ओझा। Tik Tok Video की दीवानगी इन दिनों लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है। आलम ये है कि लोग टिकटॉक वीडियो बनाने के चक्कर में जान जोखिम में डालने से भी नहीं चूक रहे हैं। वहीं मुंबई से Tik Tok वीडियो के दुष्प्रभाव का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। मुंबई में 14 साल की एक किशोरी टिकटॉक वीडियो के चक्कर में घर से भाग गई। घर से भागते वक्त उसने अपनी मां के नाम एक बेहद भावुक पत्र लिखा, जिसे पढ़कर उसके परिवार के होश उड़ गए।
Tik Tok जैसे सोशल मीडिया किशोरों के मन-मस्तिष्क से कैसे खिलवाड़ कर रहे हैं, ये घटना उसका सटीक उदाहरण है। किशोरी के घर से भागने की सूचना मिलने पर मुंबई पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आठ घंटे के भीतर किशोरी को बरामद कर लिया। किशोरी ने बताया कि वह अपने पसंदीदा टिकटॉक स्टार रियाज आफरीन से मिलने के लिए घर से भागी थी। रियाज नेपाल में रहता है और टिकटॉक पर अक्सर वीडियो पोस्ट होने के कारण वह काफी प्रसिद्ध हो चुका है। खास बात ये है कि उसकी उम्र भी मात्र 16 साल ही है।
किशोरी का भावनात्मक पत्र मिलते ही उसकी मां के होश उड़ गए। किसी अनहोनी के डर से उसने तुरंत पति के साथ पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया और किशोरी की तलाश शुरू कर दी। पुलिस को पता था हर बीतते लम्हे के साथ किशोरी के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है, लेकिन पुलिस या किशोरी के परिवार को बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि वह कहां है और किस हालत में है।
किशोरी की गुमशुदगी का पता चलते ही डीसीपी पोर्ट जोन डॉ रश्मी ने पुलिस की एक टीम गठित कर तलाश अभियान शुरू किया। वडाला पुलिस स्टेशन के पीएसआई अश्विन माने को पूरे वडाला में किशोरी की तलाश की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने बिना समय गंवाए स्कूल और शहर में उसकी तलाश शुरू कर दी। साथ ही उसके दोस्तों से पूछताछ शुरू की। इसी दौरान उसकी एक दोस्त ने बताया कि लापता किशोरी टिकटॉक फेम रिजाय की फैन है। वह उससे मिलने के लिए नेपाल जा सकती है।
किशोरी ने भावनात्मक पत्र में लिखी ये बात
पुलिस के अनुसार किशोरी एक जून को घर से लापता हो गई थी। इसके बाद उसके माता-पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। दरअसल किशोरी की मां को बेटी का एक भावनात्मक पत्र मिला था। इस पत्र में किशोरी ने कहा था, 'मम्मी मैं घर छोड़कर जा रही हूं। मैं बाबा (पिता) के बर्ताब से बहुत दुखी हूं। तुम मेरे बारे में बहुत ज्यादा मत सोचो। और भगवान की कसम खाओ कि तुम इस कारण से आत्महत्या नहीं करोगी। मुझे अपने पैरों पर खड़ा होना है, इसलिए मैं सबको छोड़ रहीं हूं। आप सब कुछ सहन कर सकती हो, लेकिन मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती। और हां, तुम पुलिस स्टेशन मत जाना, नहीं तो पुलिस बाबा को गिरफ्तार कर लेगी।
किशोरी ने आगे मां को पत्र में लिखा है, 'अगर तुम ये सोच रही हो कि मैनें किसी लड़के के साथ बसने के लिए घर छोड़ा है तो तुम बिल्कुल मत घबराना। मैं किसी लड़के के साथ नहीं जा रही हूं। मैं खुद को संभाल सकती हूं और कहीं भी जा सकती हूं। कृपया तुम अपना ध्यान रखना। मैं जानती हूं कि मैं तुम्हें हमेशा मिस करूंगी, लेकिन मैं असहाय हूं। मैं ये सब बाबा की वजह से कर रही हूं। मैंने अपने साथ परिवार की फोटो रखी है। जब मैं कमाना शुरू कर दूंगी तो आपको पैसे भेजूंगी। लव यू मम्मी।'
पुलिस ने किशोरी का मोबाइल कराया रिचार्ज
इसके बाद पुलिस ने टिकटॉक फेम रिजाय के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। साथ ही पुलिस ने रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शूरू कर दिए। इसी दौरान किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि वह अपने साथ मोबाइल फोन भी ले गई है। पुलिस ने किशोरी के मोबाइल पर फोन किया, लेकिन नंबर नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने किशोरी के मोबाइल फोन पर 100 रुपये का रिचार्ज कराया। कुछ देर बाद किशोरी का मोबाइल मिल गया।
इस तरह बरामद हुई किशोरी
किशोरी ने फोन उठा लिया। इसके बाद पीएसआई अश्विन माने ने किशोरी से बातचीत शुरू की। उन्होंने करीब 20-30 मिनट तक किशोरी से बातचीत कर उसे समझाया कि वह कहीं न जाए और वापस घर आ जाए। उन्होंने बातों-बातों में किशोरी से उसकी लोकेशन पूछ ली। किशोरी ने बताया कि वह गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन में है। अगला स्टॉप खंडवा जंक्शन है। अश्विन माने ने किशोरी को किसी तरह समझाकर अगले स्टेशन पर ट्रेन से उतरने के लिए तैयार कर लिया। साथ ही उस स्टेशन पर आरपीएफ को फोन कर किशोरी की सूचना दे दी। किशोरी के स्टेशन पर उतरते ही आरपीएफ ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। युवती के बरामद होते ही मुंबई पुलिस की एक टीम खंडवा जंक्शन पहुंची और उसे अपने साथ मुंबई लाकर परिजन के सुपुर्द कर दिया।
पिता से इसलिए नाराज थी किशोरी
किशोरी ने जागरण समूह के मिड-डे से बातचीत में बताया, 'मैं रिजाय की बहुत बड़ी फैन हूं और उससे मिलना चाहती हूं। मेरे पिता को मेरा किसी लड़के से बात करना पसंद नहीं है। एक दिन मेरे पिता ने मुझे एक पार्क में मेरे एक दोस्त के साथ देख लिया। मैं वहां उसके जन्मदिन की बधाई देने गई थी। पापा ने मुझे उस लड़के से हाथ मिलाते देख लिया था और जब मैं घर पहुंची तो वह मेरे ऊपर बुरी तरह से चिल्लाने लगे।'
दोस्त ने बताया था नेपाल जाने का रास्ता
किशोरी के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को उसके एक दोस्त ने बताया था कि रियाज नेपाल में है। उसी ने उनकी बेटी को नेपाल तक जाने का रास्ता भी बताया था। इस तरह उनकी बेटी गोरखपुर ट्रेन में बैठ गई। वह घर से सुबह साढ़े चार बचे निकली थी। घर से जाते वक्त किशोरी अपने स्कूल में अपना एक सेट कपड़ा, मोबाइल और पांच हजार रुपये लेकर निकली थी।
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