महिला आईपीएस अधिकारियों का आरोप, महिला अपराध के लिए फिल्में जिम्मेदार
डीसीपी एस लक्ष्मी का कहना है कि वे फिल्मों में ऐसे डायलॉग और गीत देखते हैं जिससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचती है।
कोयंबटूर, पीटीआइ। तमिलनाडु की तीन महिला आईपीएस अधिकारियों ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के लिए फिल्मों को जिम्मेदार ठहराया है। फिल्मों के संवाद और गीतों को 'महिला विरोधी' बताने वाली अधिकारियों ने वीडियो संदेश के जरिए अपील की है कि लेखक गीत और संवाद लिखते समय अपनी मां और बहन के बारे में भी सोचें। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
कोयंबटूर की डीसीपी (लॉ एंड ऑर्डर) एस. लक्ष्मी, एसपी राम्या भारती और तिरूप्पुर की डीसीपी दिशा मित्तल ने फिल्म उद्योग से अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की। वीडियो में राम्या ने कहा, 'फिल्मों के डायलॉग और गीत, चाहें पॉजिटिव हो या निगेटिव, युवाओं की सोच और व्यवहार पर असर डालते हैं। हर 24 घंटे में हमें औसतन एक दर्जन शिकायतें दुर्व्यवहार, हमला और पीछा करने से जु़ड़ी हुई मिलती हैं।'
डीसीपी एस लक्ष्मी ने कहा, 'हम ऐसे डायलॉग और गीत देखते हैं जिससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचती है। हम फिल्म निर्माताओं से अपील करते हैं डायलॉग और गीत लिखते समय अधिक संवेदनशील व जिम्मेदार रहें।'
आईपीएस दिशा मित्तल कहती हैं, 'मैं कोई नाम नहीं लूंगी। लेकिन व्यक्तिगत रूप से कई ऐसी घटनाएं देख चुकी हूं, जिनमें अपराधियों ने किसी फिल्म की पटकथा, किसी प्रोग्राम के डायलॉग या फिर गानों से प्रभावित होकर वारदात को अंजाम दिया।'
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