अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में इस बार नहीं होगा सेल्फी प्वॉइंट
व्यापार मेले का फव्वारा सेल्फी प्वाइंट होता था, लेकिन इस बार उसे बंद करके उनकी जगह हैंगर बनाया जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। 37वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में इस बार जगह की कमी के चलते पहले जैसी रौनक नजर नहीं आएगी। एक तरफ जहां लोगों को उनके पसंदीदा सेल्फी प्वॉइंट फव्वारे की कमी खलेगी, वहीं डिफेंस पवेलियन भी नहीं होगा। राज्यों को भी बहुत ही कम जगह दी गई है।
फव्वारे की जगह बनाया हैंगर :
व्यापार मेले का फव्वारा सेल्फी प्वाइंट होता था, लेकिन इस बार उसे बंद करके उनकी जगह हैंगर बनाया जा रहा है। यह हैंगर नंबर-15 होगा और मेले का सबसे बड़ा हैंगर होगा। इस हैंगर में नौ राज्यों को जगह दी गई है। इसके अलावा अन्य सात हैंगर भी बनाए जा रहे हैं, लेकिन ये काफी छोटे हैं।
उत्तर प्रदेश को 500 तो दिल्ली को 300 वर्ग मीटर जगह :
राज्यों को सबसे ज्यादा जगह 500 वर्ग मीटर दी गई है। इतनी जगह पंजाब, तमिनलाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, केरल और उत्तर प्रदेश को मिली है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मणिपुर, गुजरात और असम आदि को 400 वर्ग मीटर जगह दी गई है। बिहार, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश
को 300 वर्ग मीटर में निपटा दिया गया है। तीन साल बाद मेले में हिस्सा ले रहे लक्षद्वीप को 120 वर्ग मीटर जगह दी गई है।
प्रवेश द्वार पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे:
मेले में अवैध प्रवेश रोकने के लिए हर गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इन कैमरों के लिए गेट पर ही डीवीआर रूम बनाए जाएंगे। इसके अलावा मेले में 300 सीसीटीवी कैमरे होंगे, एक अस्थायी पुलिस थाना होगा, सिविल डिफेंस के 400 लोग होंगे, हर पवेलियन व हैंगर में जीएम सिक्युरिटी स्क्वॉयड की टीमें रहेंगी।
टिकट लेकर ही पहुंचें व्यापार मेला, वरना नहीं होगा प्रवेश
नई दिल्ली : इस बार यदि अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला घूमना है तो पहले से टिकट लेकर ही प्रगति मैदान पहुंचें। बिना टिकट प्रगति मैदान पहुंचना आपको भारी पड़ सकता है। वजह, इस बार न तो प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन पर टिकट मिलेंगे और न ही मेले के प्रवेश द्वार पर। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इस बार आइटीपीओ ने यह योजना तैयार की है। यही वजह है कि व्यापार मेले के एडवांस टिकट की बुकिंग भी 10 नवंबर से शुरू हो जाएगी। ऑनलाइन टिकट भी दर्शक इसी दिन से बुक करा सकेंगे। सामान्य दिनों में 60 हजार और सप्ताहांत पर 80 हजार टिकटों की ही बिक्री की जाएगी। इस तरह की सारी व्यवस्था कम जगह होने की वजह से ही की जा रही हैं।
प्रवेश के लिए होंगे छह गेट :
व्यापार मेले में प्रवेश के लिए इस बार छह गेट होंगे। इसमें रेल से आने वाले गेट नंबर-11 का इस्तेमाल करेंगे। मेट्रो से आने वाले गेट नंबर-10, 8 और 8 ए से आएंगे। बस और टैक्सी आदि से आने वाले लोग गेट नंबर-5 से आएंगे, वहीं अपनी गाड़ियों से आने वाले लोग गेट नंबर-1 से प्रवेश करेंगे। मेले में आने वालों के लिए पार्किंग व्यवस्था इंडिया गेट और भैरो मार्ग पर की जा रही है।
नहीं होगा डिफेंस पवेलियन :
इस बार व्यापार मेले में डिफेंस पवेलियन भी नहीं दिखेगा। यानी सेना के हथियार दर्शक नहीं देख सकेंगे। यहां होने वाला डॉग शो भी नहीं होगा। हालांकि सीआरपीएफ का स्टॉल मेले में रहेगा। स्कूली बच्चों को व्यापार दिवसों में आने की सलाह : स्कूली बच्चों के लिए शुरुआती चार व्यापार दिवसों पर भी आम दिनों वाला ही टिकट रहेगा। ऐसा करके स्कूलों को इन्हीं दिनों आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वजह, व्यापार दिवसों पर आमतौर पर कम भीड़ होती है। भारतीय व्यापार संवद्र्धन परिषद (आइटीपीओ) के महाप्रबंधक (सुरक्षा) एके वशिष्ठ ने बताया कि सोमवार को दिल्ली पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, एनडीएमसी व डीडीए आदि के साथ मीटिंग हुई है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मेला स्थल की रेकी भी की है।