इस बार गर्मी की छुट्टियों में करें वर्चुअल ट्रैवल, एक क्लिक पर दुनिया के नजारे
आप वर्चुअल ट्रैवल तो कर ही सकते हैं। ट्रैवलर्स के ब्लॉग्स पर जाइए। वहां आपको न केवल खूबसूरत तस्वीरें देखने को मिलेंगी बल्कि ऐसे वीडियोज दिखाई देंगे कि आप हैरान हो जाएंगे।
नई दिल्ली [यशा माथुर]। आकांक्षा उदास है, पापा-मम्मी ने कहा था कि इस बार गर्मी की छुट्टियों में मनाली जाएंगे और वहां खूब मस्ती करेंगे। आकांक्षा इस ट्रैवल को लेकर बहुत उत्साहित थीं और खुशी में अपने दोस्तों को बता भी चुकी थीं कि देखना इस बार हम कितना मजा करते हैं। लेकिन लॉकडाउन ऐसा आया कि घूमने की सभी योजनाएं कोरोना की भेंट चढ़ गईं। दोस्तो, क्या ही दिन थे वे जब छुट्टियां शुरू होने से पहले ही आपका कहीं घूमने जाने का प्लान बन जाता था।
मम्मी पहले से बतातीं थीं कि हम कहां-कहां जाएंगे और वे जगहें कैसी दिखती हैं, वहां की कौन-सी खासियतें हैं या उनसे कौन-सी कहानी जुड़ी है। और पापा तो कोई न कोई किस्सा सुनाकर सारी शंकाएं दूर कर देते थे। फिर रेल या प्लेन की सवारी, यात्रा के मजे, मनपसंद खाना-पीना। खूब मजा आता था छुट्टियां बिताने में और जेहन में ऐसी याद बन जाती जो जिंदगी में कभी खत्म ही न हो। इस बार आप कहीं नहीं जा पाए तो भी मन छोटा न करें।
आप वर्चुअल ट्रैवल तो कर ही सकते हैं। आप ट्रैवलर्स के ब्लॉग्स पर जाइए। वहां आपको न केवल जगह-जगह की खूबसूरत तस्वीरें देखने को मिलेंगी बल्कि ऐसे वीडियोज दिखाई देंगे कि आप हैरान हो जाएंगे। आपको घूमने का असली मजा आ जाएगा। इनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर आपको तस्वीरों के साथ-साथ आस-पास के माहौल की बोलती हुई सी जानकारियां भी मिलेंगी।
दोस्तो, अच्छा दौर फिर से लौटेगा। दुनिया बहुत बदलेगी, पहले जैसी बेफिक्री शायद न रहे। लेकिन हमें नए तरीके इजाद करने होंगे, नई संभावनाएं खोजनी होंगी। ट्रैवल इंफ्लुएंसर और ब्लॉगर अलका कौशिक इन दिनों अपने फॉलोअर्स को ट्रैवल की सलाह तो नहीं दे रहीं लेकिन यह जरूर बता रही हैं कि आने वाले समय में ट्रैवल कैसा होगा? कैसे इसकी शुरुआत करनी होगी। वे कहती हैं, 'कोई तूफान हमेशा बना नहीं रहता।
यह आया है और चला भी जाएगा। हमें अपने आपको तैयार रखना है कि इस तूफान के बाद हम कैसे अपनी यात्राएं शुरू कर सकेंगे। कैसे निराशा से बाहर निकलेंगे। कैसे सुरक्षित यात्राएं कर सकेंगे? स्थितियां अनुकूल होने पर शुरू में हम सेल्फ ड्राइव यात्राएं कर सकते हैं। बड़े होटलों में रुकने के बजाय छोटे होम स्टे में रूक सकते हैं। पुराने तरीकों की तरह अपने घर से नाश्ता बनाकर निकल जाएं।
ब्लॉगर ओर ट्रैवलर ही नहीं, कई देश के पर्यटन विभाग भी वर्चुअल टूर करवा रहे हैं। हाल ही में अबूधाबी के संस्कृति और पर्यटन विभाग ने भी एक नया वर्चुअल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इसमें लोगों को वहां की संस्कृति के बारे में दिखाया जाता है ताकि आने वाले समय में वहां जाने का कार्यक्रम बनाया जा सके। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने भी 'देखो अपना देश' नाम से एक वेबिनार शुरू किया है।
इस शो विशेषज्ञ देश की कई मशहूर जगहों के बारे में बताते हैं। ट्रैवल ब्लॉगर गार्गी मनीष कहती हैं कि हमने भी 'बातें बिहार की' शुरू किया है जिसमें ट्रैवल से जुड़े लोगों को शामिल किया है। पिछले साल इस समय हम जहां-जहां गए थे वहां की पोस्ट डाल रहे हैं और लोगों को घूमने का मजा दे रहे हैं। हम पिछले साल अप्रैल में खुजुराहो गए थे, वहां की तस्वीरें बेजोड़ हैं। उन्हें भी हमने शेयर किया है।'
दोस्तो, कहीं ढलती शाम में ग्रीस की तस्वीर, कहीं इटली की चमकदार सुबह का नजारा तो कहीं लंदन में खिले फूलों के बीच गुजरता दिन। इस तरह की तस्वीरें ललचाती हैं और यह सब घुमक्कड़ी के शौकीन लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर मिल जाएंगी। और फिर आप सब तो सोशल मीडिया पर हर वक्त उपस्थित रहते हैं। तो देर किस बात की है अपने स्मार्टफोन पर ही कर लीजिए दुनिया के नजारों की वर्चुअल सैर और देख लीजिए प्रकृति के रंगों को अपनी आंखों से।