25 मीटर दूर फेंका जा सकता है ये 'मल्टीमोड हैंडग्रेनेड', सेना के परीक्षण में हुआ पास
OFK का नया मल्टीमोड हैंडग्रेनेड वजन में हल्का और इलेक्ट्रानिक सर्किट युक्त है। सेना का जवान यह हैंडग्रेनेड आसानी से 25 मीटर दूर फेंक सकता है।
जबलपुर, जेएनएन। मध्य प्रदेश की आयुध निर्माणी खमरिया (OFK) में बना मल्टीमोड हैंडग्रेनेड सैन्य परीक्षण में पास हो गया है। इसी निर्माणी में बने डिले फ्यूज के परीक्षण का दौर जल्द ही पूरा होने वाला है।
मल्टीमोड हैंडग्रेनेड परीक्षण के विभिन्न दौर से गुजरा। इसमें सैन्य अफसरों के निर्देश पर जवानों और डीजीक्यू ने अलग-अलग परीक्षण किए। इन सभी परीक्षणों की रिपोर्ट में हैंडग्रेनेड को सही पाया गया। नतीजा मल्टीमोड हैंडग्रेनेड को पास कर दिया गया।
निर्माणी में उन्नत किया गया मल्टीमोड हैंडग्रेनेड बेहद शक्तिशाली, मगर वजन में हल्का है। भारतीय सीमा पर पहरा देता सैन्य जवान आस-पास छिपे दुश्मनों पर मल्टीमोड हैंडग्रेनेड से हमला कर उनके परखच्चे उड़ा सकता है। इसलिए निर्माणी प्रशासन को उम्मीद है कि रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर OFB के माध्यम से अगस्त माह में मल्टीमोड हैंडग्रेनेड बनाने का नया उत्पादन लक्ष्य मिलेगा।
25 मीटर दूर फेका जा सकता है
OFK का नया मल्टीमोड हैंडग्रेनेड वजन में हल्का और इलेक्ट्रानिक सर्किट युक्त है। सेना का जवान यह हैंडग्रेनेड आसानी से 25 मीटर दूर फेंक सकता है। यह ग्रेनेड फटने पर 300 से ज्यादा स्टील के छर्रे तेजी से बिखरेगा, जोकि मौके पर मौजूद लोगों की मौत का कारण बनेंगे।
जबलपुर के पीआरओ व जाइंट जीएम अमित सिंह ने बताया कि निर्माणी में बना मल्टीमोड हैंडग्रेनेड पास हो गया है। शुक्रवार को यह खबर आई। अब डिले फ्यूज जल्द पास होने की उम्मीद है।