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पढ़ें कैसे आइटी इंजीनियर सनत ने जूतों पर खींच डाली सुनहरी तकदीर की लकीर

कानपुर के सनत ने रचनात्मकता के शौक को कारोबार का रूप देने की ओर कदम बढ़ाया और अब सफेद जूतों पर सुनहरी तकदीर की लकीर खींच रहे हैं।

By Digpal SinghEdited By: Published: Tue, 03 Apr 2018 05:11 PM (IST)Updated: Thu, 05 Apr 2018 01:13 PM (IST)
पढ़ें कैसे आइटी इंजीनियर सनत ने जूतों पर खींच डाली सुनहरी तकदीर की लकीर
पढ़ें कैसे आइटी इंजीनियर सनत ने जूतों पर खींच डाली सुनहरी तकदीर की लकीर

कानपुर, [दिग्विजय सिंह]। सिर्फ 'कुछ अलग' करने की सोच ने एक और आम युवा को कारोबारी बना दिया। न कोई पूंजी थी और न ही व्यापारिक पृष्ठभूमि। शौकिया चितेरे आइटी इंजीनियर सनत ने एक मित्र को जूतों पर चित्रकारी करते देखा तो वहीं से स्टार्टअप का आइडिया ले लिया। रचनात्मकता के शौक को कारोबार का रूप देने की ओर कदम बढ़ाया और अब सफेद जूतों पर सुनहरी तकदीर की लकीर खींच रहे हैं। यही नहीं, दूसरे नौजवानों को भी रोजगार दे रहे हैं।

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सफलता की यह कहानी कानपुर में रावतपुर गणेश नगर निवासी सनत श्रीवास्तव की है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके सनत कलेक्ट्रेट में न्याय सहायक द्वितीय के पद पर तैनात संजय श्रीवास्तव के पुत्र हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें चित्रकारी का शौक है। एक बार एमिटी यूनिवर्सिटी के एक छात्र को जूतों पर चित्रकारी करते हुए देखा। बात हुई तो पता चला कि उसके द्वारा तैयार किए गए जूते लोग खूब पसंद कर रहे हैं। सनत ने भी सोचा क्यों न इसे कारोबार का रूप दिया जाए। खुद उद्यमी बनकर बेरोजगारों को रोजगार दें।

इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने पिता से बात की। आइडिया उचित लगा तो संजय ने भी बेटे की बात मान ली। सनत ने चार्टर्ड एकाउंटेंट के फाइनल इयर की पढ़ाई कर रहे अपने मित्र शशांक सहाय और डिजायनर आर्यन सिद्दीकी से बात की। वे भी तैयार हो गए, फिर उन्होंने सफेद रंग के कुछ जूते मंगाए। उस पर चित्र बनाए और उनकी बिक्री की। लोगों ने जूतों को हाथों-हाथ लिया। हौसला बढ़ा तो फंक फिट्स नाम से कंपनी बना ली।

इंजीनियरिंग के अनुभव ने दिखाया बाजार
आइटी इंजीनियर सनत ने अपनी वेबसाइट तैयार की और विभिन्न तरह की डिजाइन वाले जूतों की फोटो उस पर डाल दी। वेबसाइट से भी लोगों ने ऑर्डर बुक करना शुरू कर दिया। फिर क्या था, उन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा देने वाली कंपनी अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के प्रबंधन से संपर्क साधा और अब उनके जूते इन कंपनियों के माध्यम से बिक रहे हैं।

छात्रों की कला की विदेशों तक कद्र
इस वक्त उनकी कंपनी में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में फाइन आर्ट्स की पढ़ाई कर रहे एक दर्जन छात्र-छात्राएं जुड़े हुए हैं। वह सनत के यहां आकर जूतों पर चित्रकारी करते हैं। सनत ने बताया कि सऊदी अरब सहित कई देशों में जूतों की मांग तेजी से बढ़ी है। यूरोपियन कंट्री में भी कारोबार आगे बढ़े, इसके प्रयास चल रहे हैं। इस उद्योग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। जल्द ही इसे बड़ा रूप दूंगा, ताकि फाइन आर्ट्स के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार दे सकें।


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