विश्व के कई हिस्सों में मनाया जाता है रक्षाबंधन का त्योहार, विदेशों में मनाए जाने वाले ये फेस्टिवल भी हैं काफी प्रचलित
Festivals अधिकतर देश के बाहर रह रहे एनआरआई लोग ही यह त्योहार मनाते हैं। इसके अलावा विश्वभर में इस्कॉन संस्था से जुड़े लोग इस त्योहार को धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं। आईये जानते हैं रक्षाबंधन के अलावा ऐसे कौन से त्योहार हैं जिन्हें विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भाई-बहनों के प्यार का त्योहार 'रक्षाबंधन' भारत समेत कई देशों में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज के दिन बहने अपने भाई के हाथ में राखी बांधती है। इस राखी को रक्षा सूत्र कहा जाता है। इस त्योहार को भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है। रक्षाबंधन भारत में ही नहीं विश्व के अलग-अलग देशों में भी मनाया जाता है। अधिकतर देश के बाहर रह रहे एनआरआई (Non-resident Indian) लोग ही यह त्योहार मनाते हैं। इसके अलावा विश्वभर में इस्कॉन संस्था से जुड़े लोग इस त्योहार को धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं।
क्रिसमस को लेकर लोगों में रहता है गजब का उत्साह
आईये जानते हैं रक्षाबंधन के अलावा ऐसे कौन से त्योहार हैं, जिन्हें विदेशों में धूमधाम से मनाया जाता है। अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार क्रिसमस का माना जाता है। 25 दिसबंर को यह त्योहार मनाया जाता है। क्रिसमस को लेकर लोगों में गजब का उत्साह होता है। लोग इस त्योहार को करीब दस दिन तक सेलिब्रेट किया जात है। इस त्योहार को लेकर ऑफिस और स्कूलों में लंबी छुट्टियां भी कर दी जाती हैं।
ब्लैक फ्राईडे को प्रभु ईशू के बलिदान को किया जाता है याद
इसके अलावा ईसाई समुदाय का एक और प्रमुख त्योहार है। इसे ब्लैक फ्राईडे के नाम से जानते हैं। ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को काले दिवस के रूप में मनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान यीशु मसीह ने अपने प्राण त्यागे थे। इसी वजह से ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन प्रभु ईशु के बलिदान को याद करते हैं। इस दिन को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे के तौर पर भी जाना जाता है।
ईसा मसीह के पुनर्जन्म को लेकर ईसाइयों में रहता है उत्साह
ईसाइयों का एक प्रमुख त्योहार ईस्टर भी है। इसे गुड फ्राइडे के तीसरे तीन यानी संडे को मनाया जाता है। ईसाई धर्म में ऐसा माना जाता है कि इस दिन ईसा मसीह का पुर्नजन्म हुआ था और और वो एक बार फिर से अपने शिष्यों के साथ रहने लगे थे। ऐसा भी माना जाता है कि सिर्फ 40 दिनों के लिए ईसा का पुनर्जन्म हुआ था। इसके बाद वो हमेशा के लिए स्वर्ग चले गए थे।