प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें, जानिए क्या-क्या कहा
दोपहर लगभग एक बजे पीएम मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर शाम 6 बजे राष्ट्र को संबोधित करने की जानकारी दी थी। कोरोना महामारी शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था उसके बाद लॉकडाउन की भी घोषणा की थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की शाम को राष्ट्र को संबोधित किया। दोपहर लगभग एक बजे पीएम मोदी ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी। कोरोना महामारी शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था, उसके बाद लॉकडाउन की घोषणा की थी। फिर उन्होंने अनलॉक की भी घोषणा की। अब चीजें धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं।
पीएम मोदी ने सबसे पहले 19 मार्च को देश को संबोधित किया था। इसी दिन उन्होंने जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था। इसके बाद 24 मार्च को राष्ट्रीय संबोधन हुआ। पीएम मोदी ने 24 मार्च को 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी। फिर 3 अप्रैल को उन्होंने देश को संबोधित किया और कोरोना वॉरियर्स के लिए रात के 9 बजे 9 मिनट दीया जलाने की अपील की थी।
इसके बाद 14 अप्रैल को पीएम मोदी ने 19 दिन के लॉकडाउन 2.0 का ऐलान किया था। मोदी 12 मई को भी देश के सामने आए और 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। इसके बाद 30 जून को पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज की योजना को बढ़ाने का ऐलान किया था।
1- समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकांश लोग, अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए, फिर से जीवन को गति देने के लिए, रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।
2- लेकिन हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है।
3- आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, Fatality Rate कम है। दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है।
4- सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे doctors, nurses, health workers इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है। ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया, या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है। हाल के दिनों में हम सबने बहुत सी तस्वीरें, वीडियो देखे हैं जिनमें साफ दिखता है कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है। ये ठीक नहीं है।
5- अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं। आप ध्यान रखिए, आज अमेरिका हो, या फिर यूरोप के दूसरे देश, इन देशों में कोरोना के मामले कम हो रहे थे, लेकिन अचानक से फिर बढ़ने लगे।
6- जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है।
7- बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। हमारे देश के वैज्ञानिक भी vaccine के लिए जी-जान से जुटे हैं। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं।
8- कोरोना की vaccine जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे, इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक vaccine पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम हो रहा है।
9- एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं, थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है, हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता ये दोनो साथ साथ चलेंगे तभी जीवन में ख़ुशियाँ बनी रहेंगी।
10- दो गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क का ध्यान रखिए। याद रखिए, जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।