बंगाल की तरह छत्तीसगढ़ में भी केंद्रीय एजेंसियों के काम में अड़ंगेबाजी, विधानसभा में उठा मामला
विधानसभा में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने इस मामले को उठाते हुए पुलिस कार्रवाई को केंद्रीय एजेंसियों के कार्य में बाधा डालने के लिए सुनियोजित कार्य बताया।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। बंगाल की तरह ही छत्तीसगढ़ में केंद्रीय एजेंसियों के काम में अड़ंगेबाजी का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग का एक बड़ा दल गुरुवार को नौकरशाहों और कारोबारियों के यहां छापे मारने के लिए पहुंचा था। विभिन्न राज्यों की ट्रैवेल एजेंसियों के वाहनों से यहां पहुंची टीमें जांच के काम में जुटी हैं। इसी बीच पुलिस ने 19 वाहनों को नो पार्किंग क्षेत्र से जब्त कर लिया।
पुलिस कार्रवाई केंद्रीय एजेंसियों के कार्य में बाधक- भाजपा
विधानसभा में भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने इस मामले को उठाते हुए पुलिस कार्रवाई को केंद्रीय एजेंसियों के कार्य में बाधा डालने के लिए किया गया सुनियोजित कार्य बताया। अलबत्ता, 12 घंटे बाद वाहन छोड़ दिए गए।
मुख्यमंत्री के करीबियों, आइएएस अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों से दस्तावेज जब्त
गौरतलब है कि छापेमारी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबियों, आइएएस अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों से दस्तावेज जब्त किए जा रहे हैं।
आयकर छापेमारी राजनीतिक रंग लेने लगा
इससे यह मामला राजनीतिक रंग भी लेने लगा है। इस बीच गुरुवार की आधी रात अचानक पुलिस सक्रिय हुई। ट्रैवल कंपनी की 19 टैक्सियां, जिसमें आयकर टीम के कुछ अधिकारी आए थे, उनको शहर के जयस्तंभ चौक, बांबे मार्केट, लाल गंगा परिसर के आसपास नो-पार्किंग जोन से जब्त कर लिया। जब्त वाहनों के पहियों में लॉक लगा दिया गया। वाहन चालकों ने कहा कि उनके वाहनों का सुबह तक चालान भी नहीं काटा गया था।
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर नो पार्किंग जोन में खड़ी 19 गाड़ियों को जब्त किए गए थे
राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए वाहनों की जांच की जा रही है। रात दो बजे शहर के राज टॉकीज के पास नो पार्किंग जोन में खड़ी 19 गाड़ियों को जब्त कर चालान काटने के बाद छोड़ दिया गया है। कोई भी शासकीय जांच एजेंसी ने इस बाबत हमसे संपर्क नहीं किया है और न ही सूचना दी है कि ये उनकी गाड़ियां हैं-प्रफुल्ल ठाकुर, एएसपी सिटी।
मंत्री ने कहा- पुलिस को पूछताछ का अधिकार है
मंत्री रविंद्र चौबे ने विधानसभा में उठे मामले पर जवाब देते हुए कहा कि शहर में किसी जगह 30-40 गाडि़यां इकठ्ठा हों तो पुलिस को पूछताछ का अधिकार है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने कोई गलत नहीं किया है।