रामगोपाल का छलका दर्द, बोले- खोटे सिक्के ने असली सिक्के को बाहर कराया
सपा से निष्कासित पूर्व सपा रामगोपाल यादव ने अमर सिंह हमला बोलते हुए कहा कि खोटे सिक्के ने असली सिक्के को बाहर कर दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी में चल रही आपसी कलह के बीच पार्टी से बर्खास्त किए गए राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव की नेमप्लेट को अब दिल्ली के कॉपरनिक्स लेन स्थित सपा कार्यालय से हटा लिया गया है। वहीं अपने निष्कासन से आहत रामगोपाल ने शिवपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे अंसैवाधिक तरीके से हटाया गया है, राष्ट्रीय महासचिव को निष्कासित करने का अधिकार केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास है ना कि प्रदेश अध्यक्ष के पास।
रामगोपाल ने कहा, "मेरे या मेरे परिवार के खिलाफ सीबीआई द्वारा कोई केस दर्ज नहीं है।" अमर सिंह पर निशाना साधते हुए रामगोपाल यादव ने कहा, "खोटे सिक्के ने असली सिक्के को बाजार से बाहर कर दिया है। कुछ लोगों को गलतफहमी है कि पैसे के बल पर चुनाव जीता जा सकता है। अगर ये नेता नहीं समझ पा रहे हैं तो ईश्वर भला करें।"
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पूर्व राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि अगर पार्टी में कोई अनुशासन तोड़ता है तो इसके लिए अनुशासन कमेटी का गठन किया जाता है और फिर उसके अनुसार कार्रवाई की जाती है। मीडिया से बातचीत करते हुए रामगोपाल यादव ने कहा कि वह अगले चुनाव के बाद भतीजे अखिलेश को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं और जहां भी अखिलेश को मेरी जरूरत पड़ेगी मैं वहां जाऊंगा।
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वहीं सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी में पिछले तीन दिनों से जारी कलह के बाद अब सुलह के संकेत दिखाई दे रहे हैं। अखिलेश की तरफ से 23 अक्टूबर को बर्खास्त किए गए शिवपाल यादव सहित सभी नेताओं की मंत्रिमंडल में वापसी हो सकती है।
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नपुंसक हैं रामगोपाल- अमर सिंह
समाजवादी परिवार के बीच पूरे विवाद और झगड़े की जड़ बताए जा रहे अमर सिंह ने अपना जोरदार बचाव करते हुए पार्टी से बर्खास्त किए गए रामगोपाल यादव पर बड़ा हमला किया है। एक अखबार को दिए गए गए इंटरव्यू में अमर सिंह ने रामगोपाल को नपुंसक बता डाला। अखिलेश के जरिए दलाल कहे जाने पर अमर सिंह ने कहा, ''मैं अखिलेश को बचपन से जानता हूं। मेरे गोद में खेला है। अगर उसे लगता है कि मैंने अखबार में खबर छपवाई है तो एक बार फोन करके मुझसे पूछ लेता कि अंकल क्या मामला है। मैंने उनके बर्थडे पर फोन भी किया था।''
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