Move to Jagran APP

अल्पसंख्यक आयोग का दावा आगरा में नहीं हुआ धर्मातरण

उप्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने आगरा, अलीगढ़ में धर्मातरण का दावा झुठला दिया है। शासन को भेजी आयोग की जांच रिपोर्ट में कहा गया है, 'केंद्र से मकान दिलाने के लालच पर कुछ लोगों को हवनकुंड के सामने बैठाया गया और इसे हिंदू धर्म जागरण समिति ने धर्मातरण के रूप

By Kamal VermaEdited By: Published: Mon, 02 Feb 2015 07:35 PM (IST)Updated: Mon, 02 Feb 2015 07:45 PM (IST)
अल्पसंख्यक आयोग का दावा आगरा में नहीं हुआ धर्मातरण

लखनऊ। उप्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने आगरा, अलीगढ़ में धर्मातरण का दावा झुठला दिया है। शासन को भेजी आयोग की जांच रिपोर्ट में कहा गया है, 'केंद्र से मकान दिलाने के लालच पर कुछ लोगों को हवनकुंड के सामने बैठाया गया और इसे हिंदू धर्म जागरण समिति ने धर्मातरण के रूप में प्रचारित कराया जबकि वे लोग अब भी इस्लाम धर्म के अनुयायी हैं।'

loksabha election banner

जांच रिपोर्ट में प्रशासन पर उंगली उठाने से गुरेज किया गया है, अलबत्ता खुफिया की नाकामी का जिक्र जरूर है। आगरा में धर्मातरण व अलीगढ़ में 'घर वापसी' कार्यक्रम के एलान पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष शकील अहमद ने चार सदस्यीय जांच दल गठित कर उसे जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। 19 दिसंबर से शुरू हुई जांच की रिपोर्ट दो फरवरी को तैयार हुई है, जिसे सरकार को भेज दिया गया है। आयोग के अध्यक्ष ने दावा किया है कि धर्मातरण की बातें बेबुनियाद और निराधार हैं।

पढ़ें: नाबालिग से विवाह कर जबरन धर्म परिवर्तन

घर वापसी संविधान सम्मत और धर्मांतरण संविधान के खिलाफ : तोगडिय़ा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.