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सीमा पर युद्ध जैसे हालात के बाद भारत-पाक में कूटनीतिक घमासान तेज

पाकिस्तान ने लगातार तीसरे दिन भारतीय राजनयिक को तलब कर सीमा पर हो रही फायरिंग को लेकर आगाह किया, वहीं भारत ने भी पाकिस्तानी राजनयिक को युद्ध विराम के उल्लंघन पर चेतावनी दी।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 24 Nov 2016 09:15 PM (IST)Updated: Fri, 25 Nov 2016 01:34 AM (IST)
सीमा पर युद्ध जैसे हालात के बाद भारत-पाक में कूटनीतिक घमासान तेज

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सीमा पर युद्ध जैसे हालात के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच कूटनीतिक लड़ाई तेज हो गई है। पाकिस्तान ने लगातार तीसरे दिन भारतीय राजनयिक को तलब कर सीमा पर हो रही फायरिंग को लेकर आगाह किया, वहीं भारत ने भी पाकिस्तानी राजनयिक को युद्ध विराम के उल्लंघन पर चेतावनी दी। इसके साथ ही भारत ने साफ कर दिया है कि सीमा पर युद्ध विराम के उल्लंघन के लिए सिर्फ पाकिस्तान जिम्मेदार है, जो गोलीबारी की आड़ में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करता है।

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पाकिस्तान पर 2003 के युद्ध विराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाक सेना 16 से 21 नवंबर के बीच पांच दिनों में 27 बार युद्ध विराम का उल्लंघन किया। पाकिस्तान के नापाक करतूतों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पाक सेना छोटे हथियारों के बजाय 120 मिलीमीटर के बड़े मोर्टार और बड़े तोपों से फायरिंग कर रही है। जो युद्ध विराम समझौते का सीधा उल्लंघन है।

भारत पर युद्ध विराम समझौते के उल्लंघन के पाकिस्तान के आरोपों को खारिज करते हुए विकास स्वरूप ने कहा कि हमारी ओर से अकारण फायरिंग का कोई औचित्य नहीं है। फायरिंग पाकिस्तान की ओर से ही शुरू होती है, जो पाक सेना आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए करती है। भारतीय सेना सिर्फ इसके जवाब में फायरिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली स्थिति पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर बड़े हथियारों से हो रही फायरिंग कर सीमा से सटे 18 गावों को निशाना बनाने और इससे संपत्तियों को हुए नुकसान पर कड़ा ऐतराज जताया गया है। इसके साथ सात हफ्ते पहले पाकिस्तान की गिरफ्त में आए भारतीय सैनिक चंदु बाबुलाल चवन की सुरक्षा और जल्द रिहाई का मुद्दा भी उठाया है।

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भारत इन आरोपों को खारिज कर दिया कि पाकिस्तान वायुसेना के जहाजों को अपने आकाश से उड़ने की इजाजत नहीं दे रहा है। विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना के जहाजों को भारतीय आकाश से उड़ने की इजाजत इसी शर्त पर दी जाती है कि वह उसके बारे में पूरी जानकारी भारत को दे। हाल ही में श्रीलंका जाने के लिए ऐसी एक इजाजत दी गई है। कश्मीर पर दुनिया भर में समर्थन जुटाने की पाकिस्तान की नई कोशिश को खारिज करते हुए विकास स्वरूप ने कहा कि कोई भी देश पाकिस्तान अर्नगल आरोपों का तवज्जो नहीं दे रहा है।

वैसे 'हार्ट आफ एशिया' सम्मेलन के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच अलग से बातचीत शुरू होने की संभावना से विकास स्वरूप ने इनकार नहीं किया है। अमृतसर में अगले महीने होने वाले इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज भारत आ रहे हैं। विकास स्वरूप में कहा कि इस सम्मेलन के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जा रहा है और सरताज अजीज के साथ अलग से बात की संभावना से फिलहाल न तो इनकार किया जा सकता है और न ही इससे स्वीकार किया जा सकता है।

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