उज्जैन में बगैर भक्तों के सोमवार को निकलेगी महाकाल की शाही सवारी, जानें क्या होंगे नियम
सोमवार से शुरू हो रहे श्रावण मास में मध्य प्रदेश की तीर्थनगरी उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर की शाही सवारी तो निकलेगी लेकिन कोरोना महामारी के चलते भक्त इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे।
उज्जैन, राज्य ब्यूरो। सोमवार से शुरू हो रहे श्रावण मास में मध्य प्रदेश की तीर्थनगरी उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर की शाही सवारी तो निकलेगी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते भक्त इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे। मंदिर समिति ने भक्तों को मोबाइल पर ही दर्शन कराने के लिए सवारी के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की है। श्रद्घालु घर बैठे मोबाइल पर सवारी के दर्शन कर सकेंगे।
पहली बार होगी सवारी की लाइव कमेंट्री
महाकाल मंदिर के प्रशासक सुजानसिंह रावत ने बताया कोरोना संक्रमण के चलते भक्तों को घरु बैठे सवारी देखने की व्यवस्था की जा रुही है। मंदिर की वेबसाइट, फेसबुक पेज, महाकाल एप के साथ डिजिटल चैनलों के माध्यम से सवारी का सीधा प्रसारण किया जाएगा। पहली बार भक्तों को सवारी के इतिहास, महत्व आदि की जानकारी भी लाइव कॉमेन्ट्री के माध्यम से मिलेगी। एक्सपर्ट भक्तों को सवारी का आंखो देखा हाल बताएंगे।
20 लोगों को पूजन की अनुमति
कोरोना संक्रमण के चलते सवारी में भजन मडल, झांझ, डमरू दल आदि को शामिल होने की अनुमति नहीं है। सभा मंडप में पूजन के समय भी केवल 20 लोग मौजूद रहेंगे।
पालकी के साथ 30 लोग रहेंगे
सवारी में सुरक्षाकर्मियों के अलावा पालकी के साथ महज 30 लोग मौजूद रहेंगे। मंदिर प्रशासन ने पूजन व सवारी के लिए चयनित लोगों की सूची तैयार कर ली है। सभा मंडप में पूजन व पालकी के साथ सवारी में शामिल होने वाले 50 लोगों का कोरोना टेस्ट होगा। ज्ञात हो कि हर साल शाही सवारी में देशभर के हजारों लोग शरीक होते रहे हैं। इस बार वह रौनक नहीं रहेगी।
250 रुपये में दर्शन के लिए मिलेगा सीधे प्रवेश
इसके साथ ही ज्योतिर्लिग महाकाल मंदिर में रविवार से नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। मंदिर समिति ने भक्तों की सुविधा के लिए प्रति व्यक्ति 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट पर सीधे प्रवेश की व्यवस्था तय की है, जबकि नि:शुल्क दर्शन करने वाले भक्तों को महाकाल एप व टोलफ्री नंबर पर अग्रिम बुकिंग करना अनिवार्य रहेगा। श्रावण मास में सुबह 5.30 से रात्रि 9 बजे तक करीब साढ़े पंहद्र घंटे भक्त भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। आठ जून के बाद से मंदिर में अग्रिम बुकिंग के आधार पर दर्शन की व्यवस्था चली आ रही है। रविवार से मंदिर के प्रसाद काउंटरों पर लड्डू प्रसाद की बिक्री भी शुरू होगी।