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नहीं थम रही है मछलियों के मरने की समस्या, जानें क्यों पानी में ही मर जाती हैं मछलियां

मछलियों के झीलों में मरने की समस्या बिल्कुल थमती नहीं दिख रही है। एक बार फिर से कर्नाटक की झील में मछलियां मरी हुई मिली है। जानें क्या है इसका कारण।

By Pooja SinghEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 01:06 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 01:29 PM (IST)
नहीं थम रही है मछलियों के मरने की समस्या, जानें क्यों पानी में ही मर जाती हैं मछलियां
नहीं थम रही है मछलियों के मरने की समस्या, जानें क्यों पानी में ही मर जाती हैं मछलियां

बेंगलुरू, एएनआइ। देशभर से झीलों में मरी हुई मछलियों की खबरें दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। आम तौर पर इस प्रकार की खबरें कर्नाटक की झीलों से आती हैं। इस बार भी कर्नाटक की शीलावंतानकेरे झील (Sheelavantanakere lake) में मरी हुई मछलियों के पाए जाने की खबर सामने आई है। इसके बाद से आस-पास के लोग हैरान हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। कर्नाटक के अलावा भी कई राज्यों से ऐसी खबरें आ चुकी हैं। तो आइए जानते हैं, आखिर लगातार मछलियों के मरने की वजह क्या है, और इसके क्या समाधान हो सकते हैं। 

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ऑक्सीजन की कमी से होती है मछलियों की मौत

कई रिपोर्टों में सामने आ चुका है कि नदियों, झीलों और तालाबों के पानी के गंदा होने के कारण उनमें ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और इसकी वजह से मछलियां मरने लगती हैं। पानी में ऑक्सीजन की कमी की कई वजहें हो सकती हैं। इसका एक कारण तो यह बताया जाता है कि मछलियों के व्यावासायिक उत्पादन के लिए छोटी जगह पर ज्यादा मछलियां पाल ली जाती हैं। लगातार प्रजनन की वजह से उनकी तादात भी बढ़ जाती है। ऐसा होने पर मछलियां को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। यही वजह है कि ज्यादातर मछलियां पानी में मरी हुई मिलती हैं।

गंदे पानी के चलते होती है मौत

दूसरा कारण तालाब में पानी का गंदा होना बताया जाता है। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक कई नदियों का गंदा पानी झील के पानी से मिल जाता है। इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, जिससे मछलियां पानी में सांस नहीं ले पाती हैं।

जहर के चलते भी होती हैं मौत

कुछ रिपोर्ट की मानें तो कुछ व्यवसायी असंवैधानिक तरीके से मछलियों को पकड़ने का नाम करते हैं, जिसके चलते कई लोगों में आपसी झड़प भी होती है। इससे परेशान होकर ये लोग पानी में जहर घोल देते हैं। जिससे मछलियों की मौत हो जाती है।  

औधोगिक प्लांट लगाने से होती है मौत

इसके अलावा एक वजह यह भी मानी जाती है कि इन झीलों के पास कई औद्योगिक प्लांट लग जाते हैं। इससे काफी मात्रा में केमिकल और प्रदूषण पानी में जाता है, जो मछलियों के लिए हानिकारक होता है। इसके चलते भी काफी संख्या में मछलियों का मौत होती है। 

बचाव के लिए करने होंगे ये काम

इसके अलावा अनेक कारण हैं जिसके चलते मछलियों की मौत पानी में ही हो जाती है, सरकार की तरफ से सभी के तरह के प्रयास किए जाते हैं, लेकिन पानी में जीने वाली मछलियों की पानी में ही मौत बंद नहीं हो रही। इसके साथ ही अगर मानव ही कुछ चीजों का ख्याल रखें तो वह इस तरह से मछलियों के मौत को रोक सकते हैं। सबसे पहले तो हमें अपने जल स्रोतों, तालाबों और नदियों को साफ रखना चाहिए और उन्हें प्रदूषित होने से बचाना चाहिए। यह हमारे अपने अस्तित्व और मछलियों के लिए भी बेहद जरूरी है।

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