थम नहीं रही दरिंदगी की वारदातें, तीन राज्यों में घटनाओं से सनसनी, तमिलनाडु में छात्र ने दी जान
आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी और बिहार बक्सर जिले में दो महिलाओं के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की सनसनीखेज वारदातें हुई हैं।
चेन्नई, एएनआइ। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 27 साल की महिला डॉक्टर की सामूहिक दुष्कर्म के बाद बर्बर हत्या की वारदात से पूरा देश स्तब्ध है। एक ओर जहां संसद से सड़क तक जल्द से जल्द इंसाफ दिए जाने की मांग उठ रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के एक गांव में एक 60 वर्षीय महिला की कथित तौर पर दुष्कर्म करने के बाद हत्या किए जाने मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि घटना के सिलसिले में केस दर्ज कर के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
तमिलनाडु के उसीलामपट्टी (Usilampatti) में 10वीं कक्षा के एक छात्र ने कथित तौर पर अपने स्कूल टीचर द्वारा लगातार उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली है। स्कूल टीचर छात्र को कथित तौर पर लगातार परेशान कर रहा था क्योंकि छात्र ने अलग शिक्षक से कक्षाएं लेनी शुरू कर दी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल, टीचर फरार चल रहा है।
हैदराबाद की ही तरह बिहार के बक्सर (Buxar) जिले में भी एक युवती की गोली मारकर हत्या किए जाने और फिर पेट्रोल छिड़ककर शव को जलाने की घटना सामने आई है। घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है। 18-19 साल की नवविवाहिता को पेट्रोल डालकर इस तरह से जलाया गया है कि सिर्फ उसके पैर ही बचे हैं। युवती के साथ दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही है। घटना की जांच साइंटिफिक तरीके से की जा रही है। फिलहाल मृतका की पहचान नहीं हो पाई है।
बता दें कि 27-28 नवंबर की दरम्यानी रात को हैदराबाद में 27 साल की महिला डॉक्टर उस समय हैवानियक की शिकार हो गई जब रात 9 बजे के आस-पास उसकी स्कूटी पंक्चर हो गई थी। रिपोर्टों में कहा गया है कि जब वह स्कूटी पार्क कर रही थी, तभी हैवानों ने उसकी स्कूटी की हवा निकाल दी थी और मदद के बहाने उसके साथ दरिंदगी करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। सनद रहे कि सात साल पहले 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में पैरामेडिकल स्टूडेंट के साथ चलती बस में दरिंदगी की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। कोर्ट ने सभी बालिग दोषियों (1 नाबालिग था, एक आरोपी ने तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली थी) को मौत की सजा सुनाई थी। लेकिन अभी तक अदालत द्वारा दी गई सजा पर अमल नहीं हो सका है।