Move to Jagran APP

'फिर से नरेंद्र मोदी को 2024 में PM बनना चाहिए', 'सेंगोल' सौंपने वाले मदुरै अधीनम के पुजारी के बारे में जानें

मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका स्वामीगल नए संसद भवन के उद्घाटन पर पीएम मोदी को सेंगोल भेट करेंगे। साथ ही वह चाहते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनना चाहिए। (फोटो-एजेंसी)

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaPublished: Fri, 26 May 2023 08:57 AM (IST)Updated: Fri, 26 May 2023 08:57 AM (IST)
'फिर से नरेंद्र मोदी को 2024 में PM बनना चाहिए', 'सेंगोल' सौंपने वाले मदुरै अधीनम के पुजारी के बारे में जानें
फिर से नरेंद्र मोदी को 2024 में PM बनना चाहिए- श्री हरिहर देसिका स्वामीगल

हरिद्वार, एएनआई। मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका स्वामीगल चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में दोबारा से पीएम के पद पर लौटना चाहिए। वह चाहते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी की ही जीत हो। मदुरै अधीनम के 293वें प्रधान पुजारी हरिहर देसिका स्वामीगल 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी को सेंगोल भेट करेंगे।

loksabha election banner

2024 में PM मोदी को फिर बनना चाहिए प्रधानमंत्री

स्वामीगल ने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि पीएम मोदी को 2024 में फिर से पीएम के रूप में लौटना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को वैश्विक सराहना मिली है और देश में सभी को उन पर गर्व है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक ऐसे नेता हैं जिन्हें वैश्विक सराहना मिली है। वह लोगों के लिए अच्छे काम कर रहे हैं। स्वामीगल ने कहा कि 2024 में फिर से उन्हें पीएम बनना चाहिए और लोगों का मार्गदर्शन करना चाहिए।

'हमें पीएम मोदी पर गर्व है'

प्रधान पुजारी श्री हरिहर देसिका ने कहा कि हम सभी बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं क्योंकि विश्व के नेता हमारे पीएम मोदी की सराहना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी से मिलूंगा और उन्हें 'सेंगोल' भेंट करूंगा।"

पंडित जवाहरलाल नेहरू को मिला था सेंगोल

अंग्रेजों से भारत में सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करने के लिए 14 अगस्त, 1947 को पंडित जवाहरलाल नेहरू को एतिहासिक राजदंड सेंगोल मिला था। वहीं, अब दो दिन के बाद 28 मई को मदुरै अधीनम के प्रधान पुजारी द्वारा पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा जाएगा। ऐतिहासिक राजदंड 'सेंगोल' बनाने वाले वुम्मिदी बंगारू ज्वैलर्स के चेयरमैन वुम्मिदी सुधाकर ने कहा कि हम सेंगोल के निर्माता हैं। इसे बनाने में हमें एक महीने का समय लगा। यह सिल्वर और गोल्ड प्लेटेड से बना है।

सिल्वर और गोल्ड प्लेटेड से बना है सेंगोल

वुम्मिदी सुधाकन ने कहा कि सेंगोल सिल्वर और गोल्ड प्लेटेड से बना है। मैं उस समय 14 साल का था। उन्होंने कहा कि हम पीएम मोदी के आभारी हैं, इतिहास रविवार को खुद को दोहराएगा जब नया संसद भवन राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दिन, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी निष्पक्ष और समान शासन के पवित्र प्रतीक, सेंगोल को प्राप्त करेंगे और इसे नए संसद भवन में स्थापित करेंगे। यह वही सेंगोल है जिसे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त की रात अपने आवास पर कई नेताओं की उपस्थिति में स्वीकार किया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.