चुनावी नतीजे तय करेंगे बाजार की चाल
गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणाम आज आएंगे। इनका शेयर मार्केट पर असर पड़ना तय माना जा रहा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। सोमवार को इनके नतीजे सामने आ जाएंगे। निवेशकों की निगाह इसी पर टिकी है। इसके अलावा अमेरिकी कर सुधार और कच्चे तेल की कीमतों से भी बाजार पर असर पड़ेगा। बीते हफ्ते शेयर बाजार में तेजी आई थी। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 212.67 अंक की बढ़त लेने में सफल रहा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में भी 67.60 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, 'इस हफ्ते हिमाचल और गुजरात चुनाव के नतीजे बाजार की दिशा तय करने वाले प्रमुख कारक रहेंगे। एक्जिट पोल में दोनों राज्यों में भाजपा की जीत के संकेत मिले हैं। अगर नतीजे एक्जिट पोल से अलग रहे तो निवेशकों की धारणा प्रभावित हो सकती है। संसद के शीतकालीन सत्र पर भी नजर रहेगी। इन घरेलू कारकों के अलावा कच्चे तेल की कीमतों और अमेरिकी कर सुधार का भी बाजार पर असर दिख सकता है।' गुजरात और हिमाचल में भाजपा की जीत से 2019 के लोकसभा चुनावों की तस्वीर भी साफ होगी। ऐसे में इन दोनों राज्यों में भाजपा की जीत से केंद्र में टिकाऊ सरकार की उम्मीदें बढ़ेंगी। सैमको सिक्योरिटीज के जिमित मोदी के मुताबिक, बाजार सकारात्मक बना रहेगा। चुनिंदा शेयरों में लेनदेन देखने को मिलेगा। बड़े पैमाने पर निवेशक सतर्कता बरत सकते हैं।
शीर्ष 10 कंपनियों में से छह का मार्केट कैप बढ़ा
बीते हफ्ते शेयर बाजार की 10 शीर्ष कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में 31,645.83 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। सबसे ज्यादा फायदे में एचडीएफसी बैंक रहा। एचडीएफसी बैंक का एम-कैप 8,566.49 करोड़ रुपये बढ़कर 4,84,757.35 करोड़ रुपये रहा। एचडीएफसी लिमिटेड का पूंजीकरण इस दौरान 7,338.91 करोड़ रुपये बढ़कर 2,75,147.96 करोड़ रुपये रहा। इन्फोसिस, मारुति सुजुकी, आइटीसी और ओएनजीसी के एम-कैप में भी इस दौरान वृद्धि दर्ज की गई। इसके उलट टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एसबीआइ के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई।