अवैध संबंधों के चलते की बीवी की हत्या, बेसहारा हुआ बेटा
देश की आर्थिक राजधानी स्थित सीएसटी रेलवे स्टेशन पर सितंबर माह में सूटकेस में मिली महिला के लाश की शिनख्त के साथ ही उसकी हत्या की गुत्थी भी सुलझ गई है। हत्या प्रकरण में महिला के पति को ही आरोपी बनाया गया है। हालांकि उस महिला के चार वर्षीय बच्चे की परवरिश को न ही उसके कोई रिश्तेदार न ही हत्या के आरा
मुबंई। देश की आर्थिक राजधानी स्थित सीएसटी रेलवे स्टेशन पर सितंबर माह में सूटकेस में मिली महिला की लाश की शिनाख्त के साथ ही उसकी हत्या की गुत्थी भी सुलझ गई है। हत्या प्रकरण में महिला के पति को ही आरोपी बनाया गया है। हालांकि उस महिला के चार वर्षीय बच्चे की परवरिश के लिए न ही उसके कोई रिश्तेदार और न ही हत्या के आरोपी उसके पिता ही तैयार हैं। पुलिस के अनुसार महिला की हत्या बच्चे के सामने हुई है और वह इसको लेकर गहरे सदमे में हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 25-26 सितंबर को ही सीएसटी स्टेशन पर एक लावारिस सूटकेस मिली थी। पुलिस द्वारा जाच करने पर सूटकेस में महिला की लाश पाई गईं थी। सीएसटी स्टेशन पर लगाए गए कैमरों के फूटेज से पुलिस ने इस मामले को सोमवार को सुलझा लिया। हालांकि अब सवाल यह है कि उस महिला के चार वर्षीय बच्चे को सहारा कौन देगा। पुलिस के अनुसार महिला अपने पति को छोड़कर लिव इन रिलेशंस में किसी और पुरुष के साथ रह रही थी। फिलहाल माटुंगा रोड स्थित अनाथ बच्चों को आश्रय देने वाली संस्था इंडियन एसोसिएशन की देखरेख में बच्चे को रखा गया है। बच्चे को उसके पिता का आश्रय नहीं मिल रहा है क्योंकि वह इस हत्याकांड में आरोपी हैं। उधर, बच्चे के रिश्तेदार भी उसे अपने साथ रखने को तैयार नहीं हैं।
पुलिस को संदेह है कि बच्चे के सामने ही उसकी मां की हत्या हुई है और वह गहरे सदमे में जिंदगी जीने को मजबूर हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक माटुंगा रोड स्थित संस्था में जहां उस बच्चे को अभी रखा गया है, वहां से उसके बारे में जो रिपोर्ट उन्हें मिल रहीं है वह चिंताजनक हैं।
उल्लेखनीय है कि इस हत्याकांड में पुलिस ने महिला के पति प्रवीण वसंतराव ठाकरे को गिरफ्तार किया और उसने अपनी पत्नी रेश्मा की हत्या करने का अपराध कबूला है। प्रवीण पेंटर का काम करता है। पिंपरी स्थित चिखली क्षेत्र में रहने वाले प्रवीण के चरित्र पर रेश्मा हमेशा संदेह जताया करती थीं। उसे लगता था कि प्रवीण के किसी दूसरी महिला के साथ संबंध हैं। इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा होता था। इसी झगड़े से परेशान प्रवीण ने 26 सितंबर को रेश्मा की गला दबाकर हत्या की। उसके बाद उसकी लाश सूटकेस में रख वह उसे लेकर चिंचवड़ से लोनावला तक लोकल से आया। उसके बाद लोनावला से सिंहगड़ एक्सप्रेस पकड़ कर वह सीधा सीएसटी स्टेशन पर उतरा। उसके साथ उसका मित्र भी था। दोनों ने चुपचाप सूटकेस वहा रखी और वहा से चले गए।
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