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Jammu Kashmir: इंटरनेट के बिना भी आपस में बातचीत कर रहे आतंकवादी, इस तकनीक का कर रहे प्रयोग

इंटरनेट सेवा बंद रखने के बावजूद पाकिस्तान अलगाववादियों और स्थानीय आतंकवादियों से विभिन्न ऑफलाइन एप्स और हाई-एनक्रिप्टेड एनॉनमस चैट प्लेटफार्म के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 09:05 PM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 08:26 AM (IST)
Jammu Kashmir: इंटरनेट के बिना भी आपस में बातचीत कर रहे आतंकवादी, इस तकनीक का कर रहे प्रयोग
Jammu Kashmir: इंटरनेट के बिना भी आपस में बातचीत कर रहे आतंकवादी, इस तकनीक का कर रहे प्रयोग

नई दिल्ली, जेएनएन। कश्मीर घाटी में टेलीफोन और इंटरनेट सेवा बंद रखने के बावजूद पाकिस्तान अलगाववादियों और स्थानीय आतंकवादियों से विभिन्न ऑफलाइन एप्स और हाई-एनक्रिप्टेड एनॉनमस चैट प्लेटफार्म के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं और कश्मीर के फर्जी वीडियो फैला रहे हैं। इन एप को ट्रैक करना भी बहुत कठिन काम है। इसके चलते सुरक्षा एजेंसियों के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं।

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क्या है टॉर

यह वैश्विक स्तर पर आतंकवादियों के नेटवर्क और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच लोकप्रिय है। टॉर लोगों की लोकेशन पता लगाने या उपयोगकर्ताओं की ब्राउजिंग आदतों पर जासूसी करने से रोकता है। यह विंडोज, मैक, लिनक्स और एंड्रायड के लिए उपलब्ध है। टॉर का प्रयोग प्रदर्शनकारियों को इकट्ठा करने में किया जाता है, क्योंकि इसमें सरकार के साइबर सेल से पकड़े जाने का खतरा नहीं होता है।

ऑफ द ग्रिड चैट एप्स

इस एप्स से लोग एक-दूसरे से बिना मोबाइल नेटवर्क के वाईफाई या ब्लूटूथ के माध्यम से 100-200 मीटर की रेंज में संपर्क कर सकते हैं। ये एप्स इंटरनेट कनेक्शन या 2 जी, 3 जी या 4 जी नेटवर्क कवरेज के बिना भी काम करते हैं, कुछ हद तक आइओएस और एंड्रॉयड के लिए उपलब्ध वॉकी-टॉकी एप की तरह। यह फेसबुक या वाट्सएप और मेश नेटवर्क की तरह काम करते हैं।

मेश नेटवर्क क्या है?

डब्ल्यूडब्लयूडब्ल्यू गीको एंड फ्लाई डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक मेश नेटवर्क तभी काम करता है, जब दो या अधिक स्मार्टफोन एक दूसरे की रेंज में होते हैं। यह दूरी या कवरेज स्मार्टफोन के सिग्नल की मजबूती पर निर्भर करता है। यह एक से दूसरे मॉडल में अलग-अलग हो सकता है, जो कि सामान्यत: दो स्मार्टफोन के बीच 100 फीट होती है।

फायर चैट एप

यह एक नवीनतम एप है, जो यूजर्स को बिना इंटरनेट या मोबाइल कवरेज के आपस में संचार करने में सक्षम बनाता है। यह लोगों को एक दूसरे से जोड़कर दुनिया के किसी भी हिस्से में संचार करने में सक्षम बनाती है। यह एप ब्लूटूथ के माध्यम से फोन को आपस में कनेक्ट करता है। इससे लोग आसानी से निजी फोन कॉल कर सकते हैं, टेक्स्ट मैसेज भेज सकते हैं और फाइलों को भी साझा कर सकते हैं।

सिग्नल ऑफलाइन मैसेंजर

यह एक वाई-फाई आधारित एप है। इस एप्लीकेशन के साथ कोई भी 100 मीटर की दूरी तक इंटरनेट या स्थानीय नेटवर्क के बिना संवाद कर सकता है।

अन्य एप्स

वोजर एप एक फोन से सीधे दूसरे फोन में एनक्रिप्टेड मैसेज डिलीवर करता है। इस एप की मदद से लोग पहाड़ों या उन स्थानों में कनेक्टेड हो सकते हैं, जहां किसी तरह का मोबाइल कवरेज नहीं है। सिफॉन एक ऐसा एप है, जो लोगों को कंटेंट फिल्टरिंग प्रणाली से बचाता है। यह एक ओपन सोर्स वेब प्रॉक्सी है। एनक्रिप्टेड मैसेजिंग एप टेलीग्राम भारत में काफी लोकप्रिय है। इस एप का नया अपडेट जल्द जारी हो रहा है, जो हांगकांग के प्रदर्शनकारियों को अपना फोन नंबर छुपाने में कारगर हो रहा है। इससे वे बिना किसी खतरे से आपस में संपर्क करने में सक्षम होंगे।

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