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सामने दिखी मौत लगाने लगे 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे, पकड़े गए आतंकियों ने किए सनसनीखेज खुलासे

गुरुवार की सुबह पकड़े गए तीन आतंकियों के बारे में खुलासा हुआ है कि मुठभेड़ के दौरान सामने मौत देखते ही इनके सर से पाकिस्‍तान परस्‍ती का भूत ऐसे उतरा कि...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 12:06 AM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 10:37 AM (IST)
सामने दिखी मौत लगाने लगे 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे, पकड़े गए आतंकियों ने किए सनसनीखेज खुलासे
सामने दिखी मौत लगाने लगे 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे, पकड़े गए आतंकियों ने किए सनसनीखेज खुलासे

नवीन नवाज, श्रीनगर। पाकिस्तान के दुष्प्रचार में फंसकर एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर हथियारों की नुमाइश के साथ आतंकवाद की राह पकड़ने वाले तीन यवाओं के सरेंडर के बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह जब आतंकियों से मुठभेड़ हुई थी तो सुरक्षा बल भी एक वाकए से हैरान रह गए। हुआ यूं कि सुरक्षा बलों से घिरे आतंकियों ने अचानक ही 'हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद' का नारा लगाने लगे। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में जो खुलासा किया है वह भी हैरान करने वाला है...

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अब उत्‍तरी कश्‍मीर पर किया फोकस

तीन युवाओं का कहना है कि घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) युवाओं को बहकाकर आतंकवाद की राह पर धकेलने की साजिशें रचते हैं। इन्‍हीं ओजीडब्‍ल्‍यू के बहकावे में आकर दक्षिण कश्मीर में तीन वर्षों में करीब 200 युवा जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार में फंसकर आतंकी बने हैं। अब जब सुरक्षाबलों ने ऐसे युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने का अभियान शुरू किया तो तस्वीर बदलने लगी है। युवाओं ने खुलासा किया कि अब पाकिस्‍तान परस्त तत्वों ने दक्षिण कश्मीर को छोड़ उत्तरी कश्मीर पर ध्यान केंद्रित कर लिया है।

कुछ दिन पूर्व भागे थे घर से

तीनों आरोपियों ने बताया कि वे भी उत्तरी कश्मीर में फिर से जाल फैला रहे ओजीडब्ल्यू के बहकावे में आ गए थे। ये तीनों आतंकी कुछ दिन पूर्व ही घर से भागे थे। परिजनों ने पुलिस और निकटवर्ती सैन्य शिविर में इसकी सूचना देते हुए इनकी सुरक्षित वापसी के लिए गुजारिश की थी। तीनों का पता लगाने के लिए अभियान भी चलाया गया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था। बताया जाता है कि बुधवार को इन युवकों की सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हुई जिसके बाद पुलिस और सेना ने मिलकर इन्हें पकड़ने का एक अभियान चलाया।

यूं की नहीं लगाया पाकिस्‍तान मुर्दाबाद का नारा

इन तीनों युवकों को पकड़ने के अभियान में शामिल एक सैन्याधिकारी ने बताया कि जब हमने घेराबंदी की तो इन्होंने एक फायर भी किया। हमने भी जवाब में दो-चार राउंड दागे और इन्हें घेर लिया। हमारा मकसद था कि किसी तरह से इन्हें जिंदा पकड़ा जाए। इन्हें समझ आ गया कि जिंदा बचना मुश्किल है। ऐसे में इनके सामने जब मौत दिखी तो ये हिंदुस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने लगाने लगे। यही नहीं इन आतंकियों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा भी लगाया। एक अन्य अधिकारी ने खुलासा किया कि इनको देखकर लगता है कि इन्हें जमीनी हकीकत समझ आ चुकी है कि वे जिस रास्ते पर हैं, वह सिर्फ मौत की तरफ लेकर जाएगा।

दो एक ही गांव के

इन तीनों युवकों की पहचान आबिद अहमद वानी, जाकिर अहमद बट और जावेद अहमद डार के रूप में हुई है। आबिद और जाकिर एक ही गांव लालपोरा शाहगुंड के रहने वाले हैं जबकि जावेद कुपवाड़ा के थायीन कलारुस का रहने वाला है। एसएसपी कुपवाड़ा अंबराकर श्रीराम दिनकर ने बताया कि तीनों युवक लश्कर में शामिल हुए थे। गुरुवार सुबह गुनबुग गुज्जरपट्टी इलाके में इनके ठिकाने का पता चला था जिसके बाद सुरक्षा बल के जवानों ने उसी समय इनके ठिकाने की घेराबंदी की। तीनों युवकों के कब्जे से तीन असॉल्ट राइफलें, छह मैगजीन व अन्य साजो-सामान पकड़ा गया है।


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