जागरण ब्यूरो, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के ब‌र्द्धमान जिले में हुए धमाके की जांच कर रही एजेंसियों को सनसनीखेज तथ्य हाथ लगे हैं। आतंकी दमदम एयरपोर्ट समेत पूरे बंगाल को दहलाने की फिराक में थे। दशहरे और बकरीद पर प्रदेश भर में 24 स्थानों पर विस्फोट करने की योजना बनाई थी। गनीमत रही कि आतंकियों की चूक से ही उनके खतरनाक मंसूबों पर पानी फिर गया।

धमाके के बाद गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ में ये तथ्य सामने आया है। गौरतलब है कि 1993 में मुंबई में 13 जगहों पर ब्लास्ट किया गया था, जबकि बंगाल में इसकी दोगुनी जगह निशाने पर थी। गृह मंत्रालय मामले की जांच एनआइए को सौंपने की तैयारी में है, लेकिन तृणमूल प्रवक्ता ने इसका विरोध किया है। इससे पहले दो अक्टूबर को जिले के खागरागढ़ में आतंकियों की लापरवाही से ग्रेनेड का पिन निकल गया और धमाके में दो दहशतगर्द मारे गए, जबकि एक घायल हो गया।

प्रदेश में अलर्ट, सीमाएं सील:

सूत्रों के अनुसार, धमाके में मारे गए बांग्लादेशी आतंकी शकील की विधवा राजिरा बीबी के खुलासे के बाद प्रदेश भर में हाई अलर्ट और सीमाएं सील कर दी गई हैं।

महानगर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अतंरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को उड़ाने की साजिश का पता चलते ही राज्य के पुलिस महानिदेशक जीजेएम रेड्डी ने सीआइडी व पुलिस उच्चाधिकारियों की सोमवार को बैठक बुलाई थी। इसमें रेलवे व सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।

टला नहीं है खतरा:

जांच एजेंसियां इस बात से परेशान हैं कि आतंकी साजिश का किंगपिन अब्दुल कलाम शेख व उसके साथी अब भी आजाद हैं। पुलिस को शेख सहित कौसर व रफीकुल की तलाश है। कौसर तीन बार आइईडी युक्त ग्रेनेड लेकर खागरागढ़ के मकान में गया था। जांच में पता चला है कि मकान में कुल 12 संदिग्धों का आना-जाना था। मामले में जिस आतंकी संगठन अल जेहाद व जमात-उल-मुजाहिदीन का नाम सामने आ रहा है, उसके तार अलकायदा से जुड़े हैं।

पिछले दिनों ही अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी ने एक धमकी भरे वीडियो में भारत में नई शाखा खोलने की बात कही थी। घटनास्थल से भी अलकायदा से जुड़ी चीजें बरामद हुई हैं।

चार जगह लिया था किराये का मकान:

धमाके में मारे गए शकील ने ब‌र्द्धमान, मुर्शिदाबाद, नदिया और बीरभूम जिले में चार मकान व एक दुकान किराये पर ले रखी थी। इसका किराया भी बाजार भाव से ज्यादा दे रहा था। किराये पर मकान लेने के बाद शकील इसकी दीवारें ऊंची करा देता, जिससे बाहर से कुछ दिखाई न दे। शकील को मकान दिलाने वाले मदरसा के शिक्षक यूसुफ अली से पूछताछ की जा रही है।

शकील की विधवा राजिरा बीबी के पास सीआइडी ने 44 हजार रुपये नकद मिले थे। साथ ही बम बनाने के सामानों की खरीद वाली 50 हजार रुपये के बिल की पर्ची भी मिली। ये रकम बांग्लादेशी कट्टरपंथी संगठन जमात- उल-मुजाहिदीन पहुंचा रहा था।

एनआइए को जांच सौंपने की तैयारी:

केंद्रीय गृह विभाग धमाके की जांच एनआइए को सौंपने की तैयारी कर रहा है। मंगलवार को दिल्ली से केंद्रीय खुफिया विभाग की टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया। केंद्रीय गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मामले पर एजेंसी व राज्य की ओर से रिपोर्ट मिली है। इसकी जांच एनआइए को सौंपने पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह फैसला करेंगे। भारतीय एजेंसियां ढाका के खुफिया विभाग से भी संपर्क कर रही हैं।

मुंह ढककर पहुंचे एसआइटी अधिकारी:

जांच के लिए गठित एसआइटी के अधिकारी मुंह छुपाते हुए घटनास्थल पर पहुंचे। लोगों में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि अधिकारी अपनी पहचान क्यों छुपा रहे हैं।

किसने, क्या-कहा:

'धमाके की जांच एनआइए को नहीं दी जा सकती, क्योंकि इससे प्रदेश का संघीय ढांचा बिगड़ सकता है। केंद्र एनआइए के बहाने राज्य में दखल दे रही है।'

-डेरेक ओ ब्रायन, तृणमूल सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता

'विस्फोट कांड में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर्दा डालने की कोशिश कर रही हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला, लेकिन बंगाल पुलिस ही जांच कर रही है।'

-सिद्धार्थ नाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व बंगाल प्रभारी

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Edited By: Murari sharan