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जम्मू-कश्मीरः गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कुपवाड़ा पहुंचने से पहले सेना पर आतंकी हमला

एक ओर गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू में सुरक्षा इंतजामों का जायजा ले रहे हैं तो दूसरी ओर पिछले दो दिन में ही सेना पर दो आतंकी हमले हो चुके हैं।

By Vikas JangraEdited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 09:58 AM (IST)Updated: Fri, 08 Jun 2018 02:58 PM (IST)
जम्मू-कश्मीरः गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कुपवाड़ा पहुंचने से पहले सेना पर आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीरः गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कुपवाड़ा पहुंचने से पहले सेना पर आतंकी हमला

नई दिल्ली [एएनआइ]। एक तरफ रमजान के चलते सुरक्षाबलों ने जम्मू कश्मीर में संघर्षविराम घोषित कर रखा है तो दूसरी ओर आतंकी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पिछले दो दिन में सेना पर दो आतंकी हमले हो चुके हैं, वो भी तब जब देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर राज्य में मौजूद हैं। इन हमलों ने सुरक्षाबलों के साथ-साथ राज्य सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है। शुक्रवार सुबह कुपवाड़ा जिले के हरिल एरिया में आतंकियों ने आर्मी पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला कर किया। हालांकि, हमले में अभी तक किसी प्रकार की जान या माल के नुकसान की ख़बर नहीं है। 

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गौरतलब है कि गुरुवार को ही केरन सेक्टर में भी एलओसी के नजदीतक आर्मी पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला हुआ है। इस हमले में सेना के दो जवान घायल हैं। केरन सेक्टर में  कछाल अग्रिम चौकी के आगे जवानों का एक दल गश्त पर था कि अचानक उस पर वहां छिपे आतंकियों ने हमला कर दिया। वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर के दो दिन के दौरे पर हैं। राजनाथ सिंह यहां एलओसी औऱ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे हैं।  

एकतरफा संघर्षविराम के बाद और बढ़ गई हिंसा

केंद्र द्वारा शांति बहाली के लिए रमजान माह के दौरान एकतरफा संघर्षविराम किए जाने के बावजूद कश्मीर के भीतरी इलाकों में आतंकी हिंसा में लगभग 30 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान दक्षिण कश्मीर में कम से कम 10 लड़कों ने आतंकी संगठनों का दामन भी थामा है। इनमें एक आइपीएस अधिकारी का भाई भी शामिल है।

राज्य पुलिस एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि इस साल 31 मई तक आतंकी हिंसा से संबंधित 88 वारदातें हुई हैं। इनमें से 34 वारदातें रमजान संघर्षविराम के बीते 20 दिनों में हुई हैं। इनमें राष्ट्रविरोधी प्रदर्शन और पथराव की वारदातें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा रमजान संघर्षविराम का एलान किए जाने के बाद आतंकियों ने 15 ग्रेनेड हमले व तीन आइईडी धमाके अंजाम देने के अलावा सुरक्षाबलों पर फायरिंग की छह और हथियार लूट की छह वारदातों को अंजाम दिया है। इस दौरान पांच लोग भी मारे गए हैं। अधिकांश ग्रेनेड हमले दक्षिण कश्मीर में हुए हैं।

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युद्धविराम के भविष्य पर फैसला बाद में

वहीं, गृहमंत्री ने कश्मीर में जारी रमजान युद्धविराम को विस्तार देने पर कहा कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत सोच समझकर लिया है। इसे बढ़ाया जाना है या नहीं, सभी सुरक्षा एजेंसियों और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ विचार विमर्श के बाद तय होगा।

आतंकवाद पर काबू नहीं पा रहा पाक तो पड़ोसी से ले मदद

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनिया के सामने आतंकवाद खत्म करने की बात तो करता है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाना चाहता। अगर पाकिस्तान आतंकवाद को काबू नहीं कर पा रहा, तो वह पड़ोसी मुल्क की मदद क्यों नहीं ले लेता।


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