राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा पर हुए पथराव के बाद पूरे इलाके में तनाव
स्थिति यह हुई कि एसडीएम आरबी सिंडोस्कर, एसडीओपी जयराज कुबेर को बचने के लिए कोतवाली के अंदर भागना पड़ा।
नई दुनिया, श्योपुर : मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित गांधी नगर में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा पर हुए पथराव के बाद देर रात तक समुदाय विशेष के लोगों ने थाने को घेरा और पथराव किया। दूसरे दिन सोमवार को भी श्योपुर में तनाव रहा। शहर की हर कॉलोनी, मोहल्ले व बाजार में रात से ही भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
रविवार रात से शुरू हुआ तनाव दूसरे दिन सोमवार शाम होते-होते और बढ़ गया। इस कारण व्यापारियों ने अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए। उधर, हिंदू संगठनों ने एकजुट होकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में हिंदू संगठनों ने एक दिन में सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। दूसरी तरफ एसपी साकेत प्रकाश पांडेय का दावा है कि 17 नामजद सहित 50 अन्य पर एफआइआर हुई है। इनमें से 11 को रविवार-सोमवार की रात में ही पकड़ लिया गया है।
गौरतलब है कि रविवार की शाम सात बजे से गांधीनगर स्थित पार्क (पुरानी चौकी) में संघ की शाखा लगी थी। इसे बंद कराने के लिए एक समुदाय विशेष के लोग आ गए। दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ा कि पथराव हो गया। आरएसएस के सदस्य आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली आ गए। कुछ देर बाद समुदाय विशेष के लोगों की भीड़ ने पथराव करते हुए कोतवाली पर हमला कर दिया।
स्थिति यह हुई कि एसडीएम आरबी सिंडोस्कर, एसडीओपी जयराज कुबेर को बचने के लिए कोतवाली के अंदर भागना पड़ा। मौके पर मौजूद नगर पालिका अध्यक्ष दौलतराम गुप्ता के पैर में एक पत्थर लगा तो वह भी बचने के लिए गाडि़यों की ओट में दुबक गए। पथराव से एसडीओपी और कोतवाली पुलिस की गाड़ी के कांच टूट गए। कई बाइक व कार क्षतिग्रस्त हो गई।
घटना के बाद पुलिस ने अलग-अलग चार एफआइआर दर्ज की है जिनमें सरफराज, अकरम, इंसाफ, शानू, राजू, सोहेब, लालू, जावेद, नासिर, फेज, आरिफ, सप्पू, साबिर, असरफ और सरफराज के दो बेटों के अलावा 50 अन्य पर राष्ट्र के खिलाफ नारेबाजी, शासकीय कार्य में बाधा, पथराव, गाली गलौज और धमकाने की धाराओं के तहत एफआइआर हुई है।
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