Move to Jagran APP

बैरियर को लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा सीमा पर तनाव, मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने संभाली स्थिति

ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों के बीच उपजे इस विवाद का असली कारण बनखेता में लगने वाला साप्ताहिक बाजार है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sat, 16 May 2020 11:17 PM (IST)Updated: Sat, 16 May 2020 11:21 PM (IST)
बैरियर को लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा सीमा पर तनाव, मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने संभाली स्थिति
बैरियर को लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा सीमा पर तनाव, मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने संभाली स्थिति

जशपुर, जेएनएन। जशपुर जिले के फरसाबहार तहसील में ओडिशा सीमा पर बने बैरियर का विरोध ओडिशा के ग्रामीण कर रहे हैं। शुक्रवार की रात उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के किंजिंरकेला थाना क्षेत्र के कई गांवों के ग्रामीण बैरियर पर जमा हो गए। ओडिशा के ग्रामीण बैरियर पर तैनात आरक्षकों और मेडिकल टीम से उलझने लगे। इसकी सूचना मिलते ही छत्तीसगढ़ के सरहदी गांवों के लोग भी जमा हो गए। दोनों ओर के ग्रामीणों में गरमा गरम बहस छिड़ गई। सूचना पर फोर्स के साथ पहुंचे तहसीलदार ने दोनों पक्षों को समझा कर मामला शांत कराया।

prime article banner

सीमा पर दो घंटे तक चलती रही गहमा गहमी

जानकारी के अनुसार जशपुर जिले में तुमला थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत भेलवां के आश्रित ग्राम बनखेता में ओडिशा की सीमा पर प्रशासन ने बैरियर लगाया है। शुक्रवार रात तकरीबन 10 बजे इस गांव के दूसरी ओर स्थित ओडिशा के रहवासी बड़ी संख्या में एकजुट होकर इस बैरियर को घेर लिए। इस वक्त  बैरियर पर पुलिस विभाग के दो आरक्षक, मेडिकल टीम और कुछ स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे। ओडिशा के ये ग्रामीण बैरियर को तत्काल हटाने की मांग करते हुए मौजूद कर्मचारियों से विवाद करने लगे। बैरियर में डयूटी कर रहे कर्मचारियों ने इसकी सूचना तत्काल तुमला थाना और तहसीलदार पोषक चौधरी को दिया। सूचना पर पुलिस बल के साथ तहसीलदार मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अमले के सामने भी ओडिशा के रहवासी अपनी मांग पर अड़े रहे। इनका आरोप था कि बैरियर में मौजूद कर्मचारी और छत्तीसगढ़ के स्थानीय ग्रामीण ओडिशा के ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकते हैं और प्रताड़ित करते हैं। इससे दोनों पक्षों में विवाद में बढ़ने लगा। तहसीलदार पोषक चौधरी ने दो घंटे तक दोनों पक्षों को समझा कर मामला शांत कराया।

 ये है विवाद की वजह

ओडिशा और छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों के बीच उपजे इस विवाद का असली कारण बनखेता में लगने वाला साप्ताहिक बाजार है। ओडिशा के सिकाजोर के लोग अपनी दैनिक जरूरतों का सामान इसी बाजार से खरीदते हैं। लॉकडाउन लागू होने के बाद सीमा पर तैनात कर्मचारी ओडिशा की ओर से आने वाले लोगों का नाम पता नोट कर उनकी स्क्रीनिंग करते हैं। इससे सिकाजोर के लोग नाराज हैं।

नहीं पहुंचा ओडिशा का प्रशासन

विवाद की सूचना के बावजूद ओडिशा का प्रशासनिक अमला मौके पर नहीं पहुंचा। तहसीलदार पोषक चौधरी ने खुद इसकी सूचना ओडिशा के किंजिंरकेला थाना प्रभारी को मोबाइल पर दी। महज 15 किलोमीटर दूर स्थित इस अंतरराज्यीय बैरियर पर ओडिशा की पुलिस टीम नहीं पहुंच पाई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.