पोलावरम विधेयक के खिलाफ तेलंगाना बंद
लोकसभा में पोलावरम विधेयक पास किए जाने के खिलाफ तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इस विधेयक [तेलंगाना के 200 गांवों को आंध्र को हस्तांतरित किया जाना] के विरोध में तेलंगाना पॉलिटिकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर तेलंगाना बंद रखा गया।
हैदराबाद। लोकसभा में पोलावरम विधेयक पास किए जाने के खिलाफ तेलंगाना में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इस विधेयक [तेलंगाना के 200 गांवों को आंध्र को हस्तांतरित किया जाना] के विरोध में तेलंगाना पॉलिटिकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर तेलंगाना बंद रखा गया। इस बंद की वजह से हैदराबाद और तेलंगाना के नौ अन्य जिलों में शनिवार को सरकारी सड़क परिवहन निगम [आरटीसी] की बसें नहीं चलीं। राज्य के कई हिस्सों में व्यवसायिक प्रतिष्ठान और शिक्षण संस्थान एवं दुकानें बंद हैं।
सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति [टीआरएस], तेलंगाना संयुक्त कार्य समिति [टीजेएसी] और वामपंथी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और आरटीसी बस अड्डों का घेराव कर बसों का परिचालन रोक दिया। टीजेएसी और वामपंथी पार्टियों द्वारा आहूत बंद का सत्तारूढ़ टीआरएस ने भी समर्थन किया और प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने अपनी पार्टियों के झंडे के साथ सड़कों पर रैलियां निकालीं और केंद्र सरकार के अलोकतांत्रिक रवैए के खिलाफ नारे लगाए।
गौरतलब है कि लोकसभा में तेलंगाना, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के सांसदों के विरोध के बावजूद शुक्रवार को आंध्र प्रदेश पुनर्गठन संशोधन विधेयक [पोलावरम विधेयक] पारित कर दिया गया। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने केंद्र के इस फैसले को अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कदम करार दिया है।