इस राज्य में पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी को पूरी सैलरी के साथ मिलेगा इंसेंटिव, अन्य सरकारी कर्मचारियों का कटेगा वेतन
तेलंगाना सरकार ने ने पुलिस मेडिकल और हेल्थ सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को राहत देते हुए इन्हें वेतन के साथ नगद प्रोत्साहन राशि देने का भी एलान किया है।
हैदराबाद, आइएएनएस। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने निर्णय लिया है कि राज्य की पुलिस, मेडिकल और हेल्थ सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं की जाएगी। सरकार ने तय किया है कि इन क्षेत्रों से जुड़े हुए सभी लोगों को उनका पूरा वेतन दिया जाएगा। कोरोना वायरस के फैलने से बढ़े आर्थिक भार को कम करने के लिए इससे पहले सरकार ने फैसला किया था कि सभी सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 75 फीसद तक की कटौती की जाएगी।
हालांकि, अब तेलंगाना सरकार ने ने पुलिस, मेडिकल और हेल्थ सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को राहत देते हुए इन्हें वेतन के साथ नगद प्रोत्साहन राशि देने का भी एलान किया है। बताया जा रहा है इस मुद्दे पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है। अब मुख्यमंत्री एक या दो दिनों में प्रोत्साहन राशि की घोषणा करेंगे।
तेलंगाना सरकार ने इससे पहले फैसला किया था कि राज्य के मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिमंडल, एमएलसी, विधायक, राज्य निगम अध्यक्ष और स्थानीय निकाय के प्रतिनिधियों के वेतन में 75 प्रतिशत कटौती होगी। वहीं, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों के वेतन में 60 फीसद करने का फैसला लिया गया। राज्य के चतुर्थ श्रेणी, आउटसोर्सिंग और अनुबंधित कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया गया। सरकार का कहना है कि इससे राज्य में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पैसे की कुछ कमी दूर होगी।
गौरतलब है कि तेलंगाना में कोरोना वायरस के मामलों में बुधवार को तेजी से इजाफा हुआ। राज्य के जमात के मरकज से लौटे लोगों के कारण ये इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक तेलंगाना में 96 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। इनमें से एक की तबीयत ठीक हो चुकी है, लेकिन 3 लोग की मौत भी हो गई है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बुधवार देर रात कोरोना संकट पर बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि जमात के मरकज से लौटे लोगों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बुधवार को राज्य में 30 नए मामले सामने आए हैं। यह सभी दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए मरकज से लौटे थे।