बालाकोट का श्रेय ले रही मोदी सरकार पुलवामा की भी जिम्मेदारी ले: तेदेपा
तेदेपा ने कहा है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक का श्रेय लेने की कोशिश कर रही नरेंद्र मोदी सरकार को पुलवामा आतंकी हमले की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
विशाखापत्तनम (प्रेट्र)। बालाकोट एयर स्ट्राइक का श्रेय लेने की कोशिश कर रही नरेंद्र मोदी सरकार को पुलवामा आतंकी हमले की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। यह बात तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिनाकर लंका ने रविवार को कही। बता दें कि 11 अप्रैल को आंध्र प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों के साथ ही 175 सदस्यीय विधानसभा के लिए भी वोट डाले जाएंगे।
तेदेपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सीआरपीएफ को बुलेट प्रूफ वाहन देने में विफल रही है। अगर यह वाहन समय पर मिल गए होते तो 14 फरवरी को अर्धसैनिक बलों के काफिले पर हमले को रोका जा सकता था। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सात सितंबर, 2017 को सीआरपीएफ के लिए बुलेट प्रूफ बसों का उद्घाटन किया था। लगभग 200 ऐसे वाहन रक्षा मंत्रालय के पास हैं, लेकिन अर्धसैनिक बलों को यह वाहन अभी तक नहीं मिले हैं। आखिर ये वाहन हैं कहां।
उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हमला सरकार की लापरवाही से हुआ। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सशस्त्र बलों की वीरता का श्रेय लेने के लिए तत्पर थी, लेकिन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है। लंका ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से 20 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी और केंद्र में सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। बता दें कि 2014 में तेदेपा ने 14 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। उस समय तेदेपा का भाजपा और अभिनेता से राजनेता बने पवन कल्याण की पार्टी जनसेना के साथ गठबंधन था।
मोदी-शाह की जोड़ी भाजपा को कर रही बर्बाद
तेदेपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा बुरी पार्टी नहीं है और मोदी-शाह की जोड़ी उसे बर्बाद कर रही है। लंका से जब अकेले चुनाव लड़ने के नुकसान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 2014 में भाजपा के साथ गठबंधन के चलते उनकी पार्टी को अल्पसंख्यक वोट नहीं मिले। अकेले चुनाव लड़ने से हमें लाभ होगा। तेदेपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने आंध्र के लोगों को विशेष राज्य के दर्ज के मुद्दे पर धोखा दिया है। हालांकि राहुल गांधी की पार्टी ने सत्ता में आने पर मांग को पूरा करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है।