आंध्र प्रदेश में तीन राजधानियों के बिल पर हंगामा, TDP के सदस्यों ने किया विरोध प्रदर्शन
आंध्र प्रदेश के तीन राजधानियों को लेकर धमासान जारी है। अब तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों ने रविवार को कृष्णा जिले के नंदीगामा शहर में पार्टी कार्यालय पर विरोध किया।
हैदराबाद, एएनआइ। आंध्र प्रदेश के तीन राजधानियों को लेकर धमासान जारी है। अब तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों ने रविवार को कृष्णा जिले के नंदीगामा शहर में पार्टी कार्यालय पर इस बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने मांग करते हुए कहा कि अमरावती को आंध्र प्रदेश की एकमात्र राजधानी के रूप में जारी रखना चाहिए।
टीडीपी नेताओं और कैडर ने "तीन राजधानियों के लिए नहीं, अमरावती एकमात्र राजधानी है" के नारे भी लगाए।पूर्व मंत्री देवीनेनी उमामहेश्वर राव और पूर्व विधायक तंगिरला सौम्या ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और पार्टी कार्यालय में पौधे लगाए।
एन चंद्रबाबू नायडू राज्य सरकार पर किया हमला
टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को तीन राजधानियों योजना के साथ आगे बढ़ने के लिए वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इसमें आंध्र प्रदेश के लोगों की कोई मंजूरी नहीं है।
राज्य में 18 दिसंबर, 2019 को शुरू होने वाले आंध्र प्रदेश की एकमात्र राजधानी के रूप में अमरावती होने पर आंदोलन की योजना बनाई जा रही है। इसको टीडीपी नेता ने समर्थन किया है। राज्य में 17 दिसंबर को रेड्डी द्वारा की गई 3 राजधानियों की घोषणा के विरोध में आंदोलन शुरू हुआ।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने 14 अगस्त को राज्य सरकार को तीन अगस्त को तीन राजधानी शहरों के विकेंद्रीकरण अधिनियम के बारे में अगली सुनवाई के दिन तक यथास्थिति का पालन करने का आदेश दिया था।
बता दें कि आंध्र प्रदेश में तीन राजधानी से जुड़े बिल को राज्य विधानसभा से तो मंजूरी मिल गई लेकिन विधान परिषद में जाकर यह बिल अटक गया है। विधान परिषद ने इस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश विधान परिषद में टीडीपी का बहुमत है और चंद्रबाबू की पार्टी राज्य की तीन राजधानियां बनाने के खिलाफ है। विधान परिषद में टीडीपी के 58 सदस्य हैं जबकि सत्ताधारी वाइएसआर कांग्रेस के केवल नौ विधायक हैं। ऐसे में टीडीपी इस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने में कामयाब रही।
विधानसभा से जिस बिल को मंजूरी दी गई है उसके तहत विशाखापत्तनम को आंध्र प्रदेश की कार्यकारी राजधानी, अमरावती को विधायी राजधानी और कुरनूल को न्यायिक राजधानी बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया है। देश के इतिहास में यह पहला राज्य होगा जहां किसी एक प्रदेश की तीन-तीन राजधानी होगी। इससे पहले अब तक महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश की दो राजधानियां रही हैं।