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तवांग मठ प्रमुख ग्यांगबुंग रिंपोचे बोले, अगले दलाई लामा के चयन में चीन की कोई भूमिका नहीं

भारत और चीन की सीमा के पास स्थित 350 साल पुराने मठ के प्रमुख रिंपोचे ने यह भी कहा कि चीन की विस्तारवाद की नीति का मुकाबला करना जरूरी है। भारत को पड़ोसी देश के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कड़ी निगरानी बनाए रखनी चाहिए।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 10:48 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 07:21 AM (IST)
तवांग मठ प्रमुख ग्यांगबुंग रिंपोचे बोले, अगले दलाई लामा के चयन में चीन की कोई भूमिका नहीं
भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच आया बयान (दलाई लामा की फाइल फोटो)

तवांग, प्रेट्र। अरुणाचल प्रदेश में स्थित तवांग मठ के प्रमुख ग्यांगबुंग रिंपोचे अगले दलाई लामा का चयन करने की प्रक्रिया में अड़ंगा लगा रहे चीन पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा, दलाई लामा का चयन करने की प्रक्रिया में चीन को शामिल होने का कोई अधिकार नहीं है। चीन की सरकार धर्म में विश्वास नहीं करती, जबकि यह तिब्बती लोगों के लिए पूरी तरह से एक आध्यात्मिक मसला है। केवल वर्तमान दलाई लामा व तिब्बत के लोगों को यह फैसला लेने का अधिकार है कि अगला तिब्बती आध्यात्मिक नेता कौन होगा। चीन इस मामले में कोई भूमिका नहीं निभा सकता है। उत्तराधिकार की योजना धर्म और आस्था से जुड़ी है। यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है। तिब्बत के ल्हासा में स्थित पोटला पैलेस के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मठ के प्रमुख का यह बयान दोनों देशों में नियंत्रण रेखा पर बढ़े तनाव के बीच आया है।

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भारत नियंत्रण रेखा पर रखे कड़ी निगरानी

भारत और चीन की सीमा के पास स्थित 350 साल पुराने मठ के प्रमुख रिंपोचे ने यह भी कहा कि चीन की विस्तारवाद की नीति का मुकाबला करना जरूरी है। भारत को पड़ोसी देश के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर कड़ी निगरानी बनाए रखनी चाहिए।

तिब्बत की मदद को आगे आएं

रिपोंचे ने कहा, तिब्बती इस मामले में चीन के किसी भी आदेश को स्वीकार नहीं करेंगे। चीन की कोशिश तिब्बत की धरोहर पर कब्जा करने और यहां के लोगों पर नियंत्रण हासिल करने की है। चीन ने यहां काफी प्रतिबंध लगा रखे हैं। यह जरूरी है कि भारत जैसे देश तिब्बत का सहयोग करें।

दलाई लामा ने केरल में हुए जानमाल पर जताया था दुख

वहीं, दूसरी ओर पिछले दिनों तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पत्र लिखकर राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण जानमाल के दुखद नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया था। उन्होंने कहा था कि मैं आपको अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों और तबाही से प्रभावित सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।


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