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कर्नाटक: मंगलौर के तटीय इलाकों में समुद्री कचरा हुआ इकट्ठा, स्थानीय लोग परेशान

मंगलुरु के आसपास के तटीय इलाकों में पास समुद्री कचरा इकट्ठा हुआ है। लोगों का कहना है कि जहाजों से तेल से निकला कूड़ा फेंकने से ऐसा हुआ है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sun, 28 Apr 2019 07:58 AM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2019 07:58 AM (IST)
कर्नाटक: मंगलौर के तटीय इलाकों में समुद्री कचरा हुआ इकट्ठा, स्थानीय लोग परेशान
कर्नाटक: मंगलौर के तटीय इलाकों में समुद्री कचरा हुआ इकट्ठा, स्थानीय लोग परेशान

नई दिल्ली,एएनआई। कर्नाटक में मंगलुरु के आसपास के तटीय इलाकों में पास टार गेंदें (यानी की समुंद्र के अंदर इकट्ठा हुआ तेल) इकट्ठा होने से वहां के लोगों ने चिंता जताई है। 

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स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने ये टार बॉल 26 अप्रैल से को सबसे पहली बार देखी थी। ये बेहद ही खतरनाक है। उन्होंने आगे कहा कि जब तेज हवाएं और  जहाज तेल से निकला कूड़ा समुंद्र में फेंक जाते है। लोगों ने इस बारे में उपायुक्त को सूचना दे दी है। पर्यावरणविदों और मछुआरों का कहना है कि समुद्री कचरे का असर जीव-जंतुओं और आसपास रहने वाले लोगों के जीवन पर पड़ता है।

पनाम्बुर बीच डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के सीईओ यतीश बैकमपदी ने उपायुक्त एस शशिकांत सेंथिल से शिकायत करते हुए बताया कि 22 अप्रैल से तट के किनारे टार बॉल जमा हो रहे थे। उन्होंने कहा कि मछुआरों से मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना कर्नाटक तट के किनारे हो रही थी।  तटरक्षक, न्यू मंगलौर पोर्ट ट्रस्ट और तटीय सुरक्षा पुलिस सहित संबंधित एजेंसियों को इस प्रदूषण को रोकने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। बैक्म्पाडी ने कहा कि यदि प्रदूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तो यह समुद्र तटों के साथ-साथ मछुआरों को भी प्रभावित करेगा।

जब मानसून के दौरान हवाएं चलती है तो ये टार बॉल्स समुद्र के जहाजों द्वारा डंप किए गए तेल कचरे से बनते हैं। बैकुंम्पडी ने कहा कि जहाजों को समुद्र में तेल के कचरे को डंप नहीं करना चाहिए। उन्हें ऐसा बंदरगाहों पर जाकर करना चाहिए वो भी एक नय शुल्क का भुगतान करने के बाद लेकिन, इसके बाद भी वो अनिवार्य प्रावधान को दरकिनार करते हैं और कचरे को मध्य सागर में डंप करते हैं।


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