पलानीस्वामी और पन्नीरसेल्वम गुट को लगा बड़ा झटका, बैठक में नहीं पहुंचे 27 विधायक
इस दिन दोनों धड़े जेल में बंद वीके शशिकला को पार्टी महासचिव और उनके भतीजे को डेप्युटी महासचिव के पद से हटाने का ऐलान कर सकते हैं।
नई दिल्ली। शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनाकरन को अपनी ताकत प्रदर्शन दिखाने के लिए हुई एआईएडीएमके के पन्नीरसेल्वम और पलानिस्वामी गुटों की तरफ से बुलाई गई एक बैठक का दांव उनपर ही उल्टा पड़ गया। दरअसल, शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनकरन के खिलाफ दोनों धड़ों की एकजुटता दिखाने वाली इस मीटिंग में पार्टी के 27 विधायक नहीं पहुंचे, जबकि 21 पुद्दुचेरी के एक रिजॉर्ट में हैं।
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इसके बाद दोनों धड़ों के एक साथ मिलकर सरकार बनाने की योजना को बड़ा झटका लगा है। हालांकि सोमवार को मीटिंग के दोनों धड़ों ने 12 सितंबर को पार्टी की जनरल काउंसिल और ऐग्जिक्यूटिव मीटिंग का ऐलान किया।
दिनाकरन के समर्थक कहे जाने वाले विधायकों को इस मीटिंग में आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन दोनों धड़ों को झटका उस वक्त लगा जब पलानिस्वामी और पन्नीरसेल्वम के ही भरोसेमंद कहे जाने वाले 27 अन्य विधायक बैठक में नहीं पहुंचे।
हालांकि अब भी इन दोनों गुटों का कहना है कि हमारे पास 112 से 117 विधायक हैं। पार्टी मुख्यालय की ओर से शाम को जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 12 सितंबर को अब जनरल काउंसिल की मीटिंग का आयोजन होगा।
बता दें कि दिनाकरन को रविवार को पलानिस्वामी ने पार्टी के सलेम जिला सचिव पद से हटा दिया था और इसके अलावा कुछ अन्य मंत्रियों को भी पार्टी पदों से बर्खास्त कर दिया था।
अन्नाद्रमुक के 234 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 134 विधायक हैं और एक सीट खाली है। इस समय अन्नाद्रमुक के 21 विधायक दिनाकरन के पक्ष में हैं।
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