चेन्नई, पीटीआई। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने गुरुवार को कहा कि नए भारत के उदय से असहज कुछ ताकतें और कुछ समूह देश के विकास और सद्भाव को बाधित करने के लिए आतंक फैला रहे हैं। नागरिकों को ऐसे तत्वों से सावधान रहने की चेतावनी देते हुए, राज्यपाल ने लोगों से आतंकवाद के कृत्यों को रोकने में सुरक्षा एजेंसियों की सहायता करने की अपील की।

कुछ ताकतें देश की विकास गति को बाधित करने की कर रही है कोशिश

रवि ने कहा कि जब हमारा देश ऐतिहासिक प्रगति की ओर बढ़ रहा है, तो हमें उन ताकतों से सतर्क रहने की जरूरत है जो हमारे उत्थान की गति को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं। बाहरी ताकतें और कुछ आंतरिक हित समूह हैं जो नए भारत के उदय से सहज नहीं हैं। गणतंत्र दिवस पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि ये ताकतें सांप्रदायिकता और अन्य काल्पनिक मुद्दों को हवा देकर विकास की गति को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं।

पीएफआई को बताया आतंकी संगठन

उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वे सामाजिक, सांप्रदायिक और क्षेत्रीय सद्भाव को बाधित को प्रतिबद्ध हैं। अपने मकसद के लिए आतंकवादी कृत्यों का सहारा भी ले रहे हैं। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) को ऐसा ही एक आतंकी संगठन बताते हुए उन्होंने कहा कि यह खतरनाक संगठन सामाजिक सद्भाव को बाधित करने और संवैधानिक व्यवस्था को अस्थिर करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह विदेश से वित्त पोषित है और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध रखता है।

नागरिकों को रहना चाहिए सतर्क

राज्यपाल ने अपने वर्चुअल संबोधन में कहा कि दुर्भाग्य से पीएफआइ की तमिलनाडु में महत्वपूर्ण उपस्थिति है। उसके पास कई बम हमलों के साथ अपनी उपस्थिति प्रदर्शित करने का दुस्साहस था, जिसके कारण भारत सरकार ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि, प्रवर्तन एजेंसियों से उनके साथ सख्ती से निपटने की अपेक्षा की जाती है लेकिन नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने लोगों से उन सामाजिक बुराइयों को मिटाने की अपील की जो लोगों को विभाजित करती हैं।

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Edited By: Sonu Gupta