प्रशिक्षण की धार से निखरेगी रेलवे कर्मचारियों की प्रतिभा
रेलवे कर्मचारियों की गुणवत्ता में कमी को दूर करना जरूरी है। रेल प्रशासन ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।
नई दिल्ली (संतोष कुमार सिंह)। बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने के साथ ही रेलवे अपने कर्मचारियों को भी हुनरमंद बनाने का फैसला किया है। उन्हें प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को निखारने और उन्हें पेशेवर बनाने के लिए प्रत्येक जोन व मंडल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रशिक्षण केंद्र बनाने की तैयारी है। इसके लिए सभी रेलवे जोन को निर्देश जारी कर दिया गया है। रेल दुर्घटना हो या रेल सेवा की गुणवत्ता में खामी, इसके लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही और उनका गैर पेशेवर तौर-तरीके को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
इस कमी को दूर करना जरूरी है। रेल प्रशासन ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रत्येक स्तर के कर्मचारियों का नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे आधुनिक तकनीक को अपना रहा है। इसके सही इस्तेमाल के लिए रेलकर्मियों को प्रशिक्षित करना जरूरी है। रेल कर्मियों के व्यवहार की शिकायतें भी आम हैं। इसलिए पूछताछ, टिकट निरीक्षण, पार्सल, खानपान सहित लोगों से सीधे संपर्क में रहने वाले कर्मचारियों को लोक व्यवहार के तौर-तरीके सिखाने की भी जरूरत है।
इसे ध्यान में रखते हुए प्रत्येक रेलवे जोन को अपने यहां मल्टी डिसप्लेनरी जोनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एमडीजेडटीआइ) और मंडल को मल्टी डिसप्लेनरी जोनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एमडीटीआइ) बनाने को कहा गया है। इसी तरह से प्रत्येक वर्कशाप और उत्पादन इकाई में प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र खोला जाएगा। इन सभी प्रशिक्षण केंद्रों को उत्कृष्ट केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा जिसमें क्लास रूम, हॉस्टल, आधुनिक प्रयोगशाला और व्यक्तित्व विकास के अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी ताकि कर्मचारियों को प्रशिक्षण लेने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो। एमडीजेडटीआइ में सुपरवाइजर, रनिंग स्टॉफ, असिस्टेंट स्टेशन मास्टर, गार्ड और टिकट निरीक्षकों को प्रशिक्षण मिलेगा। वहीं, एमडीटीआइ में तकनीकी कर्मचारियों को प्रतिभा को संवारने का काम होगा।
उपलब्ध प्रशिक्षण केंद्रों को भी इसी तरह से विकसित किया जाएगा। मुख्य कार्मिक अधिकारी एमडीजेडटीआइ के प्रशासक होंगे। वहीं, इसकी सलाहकार समिति में सभी विभागों के सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड के अधिकारी शामिल होगा। उत्तर रेलवे ने चंदौली स्थित जोनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट को एमडीजेडटीआइ के तौर पर विकसित करने का फैसला किया गया है। वहीं, सलाहकार समिति की सिफारिश के अनुसार मंडल स्तर पर इंस्टीट्यूट बनाए जाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि अभी रेल कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के लिए दूर जाना पड़ता है। लेकिन नए केंद्र बनने और उनमें आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होने से इस काम में आसानी होगी। प्रत्येक रेल मंडल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रशिक्षण केंद्र बनेंगे । इसके अलावा इन केंद्रों में क्लास रूम, हॉस्टल और व्यक्तित्व विकास की सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।