जनरल रावत की मौत का जश्न मनाने वालों पर हो सख्त कार्रवाई, कर्नाटक के गृह मंत्री ने दिए निर्देश
गृह मंत्री के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया गया है कि जनरल रावत की असामयिक मृत्यु का जश्न मनाने वालों की पहचान करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू करने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
बेंगलुरू, पीटीआइ। हेलीकाप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत की मौत से पूरा देश गमगीन है। इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने शनिवार को पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को निर्देश दिया कि इंटरनेट मीडिया पर चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वालों की पहचान की जाए और उन्हें दंडित किया जाए। 8 दिसंबर को तमिलनाडु में एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में मधुलिका रावत और 11 अन्य की मौत हो गई थी।
ज्ञानेंद्र के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मंत्री ने सूद को निर्देश दिया है कि जनरल रावत की असामयिक मृत्यु का जश्न मनाने वालों की पहचान करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू करने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।
मंत्री ने सूद से कहा कि उन अपराधियों के घरों के पते का पता लगाएं, जो इंटरनेट मीडिया पर भारत के गौरवशाली बेटे की मौत का जश्न मनाते हुए इस तरह की टिप्पणी पोस्ट कर रहे हैं। ये लोग देशद्रोही हैं और उनके विकृत दिमागों के अनुरूप उन्हें दंडित किया जाए।
मंत्री ज्ञानेंद्र ने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है क्योंकि राष्ट्र के लिए उनका योगदान असाधारण था।
देश के भीतर छिपे शत्रुओं की ओर जनरल रावत ने दिए थे संकेत
बता दें कि जनरल रावत के खिलाफ ये टिप्पणियां फेसबुक, ट्विटर समेत कई अन्य इंटरनेट मीडिया साइट पर की जा रही हैं। इनमें से कई जनरल रावत के निधन पर खुशी मनाने वाली थीं। आम तौर पर ये कुत्सित टिप्पणियां जहरीली सोच वाले जिहादियों, खालिस्तानियों, अलगाववाद, उग्रवाद, आतंकवाद के दबे-छिपे समर्थकों की ओर से की गईं। इन टिप्पणियों ने यदि कुछ साबित किया तो यही कि जनरल रावत पाकिस्तान, चीन के साथ जिस आधे मोर्चे यानी देश के भीतर छिपे शत्रुओं की ओर संकेत किए थे, वे सचमुच मौजूद हैं और वे देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं और उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है।
गौरतलब है सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असामयिक निधन पर आइआइटी दिल्ली के एक पूर्व छात्र ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जनरल रावत पर अभद्र टिप्पणी करने पर जम्मू और राजस्थान समेत कई राज्यों में भी गिरफ्तारी हुई है।