लॉकडाउन बढ़ने के साथ परीक्षाओं पर सस्पेंस गहराया, एचआरडी मंत्री और यूजीसी ने दिए संकेत
लॉकडाउन बढ़ने की घोषणा के साथ ही आने वाले दिनों में प्रस्तावित सभी परीक्षाओं को भी अब आगे बढ़ाने को लेकर तेजी से काम शुरू हो गया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। लॉकडाउन बढ़ने की घोषणा के साथ ही आने वाले दिनों में प्रस्तावित सभी परीक्षाओं को भी अब आगे बढ़ाने को लेकर तेजी से काम शुरू हो गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को अब जून में कराने के संकेत दिए है। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों को भी इसे लेकर जरूरी तैयारी रखने के लिए कहा है। इस दौरान सबसे पहले ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होगी। इसके साथ ही विवि की बाकी परीक्षाओं को भी कम समय में कराने की तैयारी है।
परिस्थितियों से उभरेंगे तब परीक्षाओं को प्लान कर लेंगे: निशंक
केंद्रीय मानव शिक्षा संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 10वीं का और 12वीं का ये जो बोर्ड है उसमें अधिकांश परीक्षाएं तो हो गई थीं शेष जो रह गई हैं। जब भी हम इस परिस्थितियों से उभरेंगे तब प्लान कर लेंगे ताकि बच्चे का साल खराब न हो। बच्चे को परेशान होने की जरूरत नहीं है। छात्रों की पढ़ाई के लिए SWAYAM-PRABHA, DIKSHA पोर्टल और ePathshala पर ऑनलाइन स्टडी मटेरियल उपलब्ध है। हमने स्कूलों के अकादमिक कैलेंडर तैयार करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
जून तक परीक्षाओं के बढ़ने के आसार
इसके साथ ही नीट, जेईई मेंस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के भी अब जून में होने की संभावना है। हालांकि इस पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। तीन मई के बाद लॉकडाउन खत्म होने के बाद ही इसे लेकर कोई फैसला लिया जाएगा। इससे पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट, जेईई मेंस जैसी परीक्षाओं को मई के अंतिम हफ्ते तक के लिए स्थगित कर दिया था।
विश्वविद्यालयों की जून में हो सकती है परीक्षाएं
वहीं यूजीसी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं को लेकर मंत्रालय की ओर से गठित की गई कमेटी काम कर रही है। वह सभी विश्वविद्यालयों से इसे लेकर फीडबैक ले रही है। लेकिन मौजूदा स्थितियों को देखते हुए यह जून से पहले संभव नहीं है। यह बात अलग है, वह इन्हें कम समय में तेजी से कराने की पुख्ता तैयारी कर रहे है। साथ ही नया एकेडमिक कैलेंडर भी तैयार करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। बता दें कि मौजूदा समय में देश में नौ सौ से ज्यादा विश्वविद्यालय और करीब 50 हजार कालेज है। जहां परीक्षाएं मार्च-अप्रैल में ही होती है।
अटकी परीक्षाओं को कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं
लॉकडाउन बढ़ने के बाद सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की बोर्ड की बाकी परीक्षाओं को लेकर बढ़ते असमंजस के बीच मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने साफ किया है वह दस दिन की शार्ट नोटिस पर तेजी से इन परीक्षाओं को आयोजित कराएंगे। साथ ही मूल्यांकन का काम भी तेजी से कराकर परीक्षा खत्म होने के दस दिन के भीतर रिजल्ट घोषित कर देंगे। बता दें कि 2019 में सीबीएसई ने 12वीं का रिजल्ट तीन मई को और दसवीं का रिजल्ट छह मई को घोषित कर दिया था।