Monkeypox: निगेटिव पाया गया यूपी के गाजियाबाद में मंकीपाक्स का संदिग्ध मामला, जांच के लिए सैंपल भेजा गया था पुणे
Monkey Pox दुनिया को डरा रहे मंकीपाक्स के मामले भारत में भी बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं। वहीं यूपी के गाजियाबाद से मंकीपाक्स का संदिग्ध मामला मिला था जिसका मंगलवार को नकारात्मक परीक्षण किया गया है।
नई, दिल्ली, एएनआइ। बीते दिनों यूपी के गाजियाबाद में मंकीपाक्स संदिग्ध मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड रेस्पोंस टीम अलर्ट कर दी थी। मंकीपाक्स के संदिग्ध मरीज का सैंपल लेने के बाद राहत की खबर सामने आई है, जिसमें संदिग्ध मामले का नकारात्मक परीक्षण किया है। आपको बता दें कि नमूने को पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी में जांच के लिए भेजा गया था।
अब तक करीब 30 देशों में मंकी पाक्स के साढ़े पांच सौ रोगी मिल चुके हैं। यूपी में संक्रमण न फैले इसके लिए 80 हजार निगरानी समितयों को अलर्ट कर दिया गया है। यह बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखेंगी। मंकीपाक्स से पीड़ित मरीजों में बुखार के बाद शरीर पर चकत्ते और घाव हो जाते हैं। यह लक्षण चार सप्ताह तक रहते हैं। ऐसे संदिग्ध मरीजों के घाव के तरह पदार्थ, रक्त, बलगम के सैंपल लेकर जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी पुणे भेजने पर इसकी पुष्टि हो सकेगी।
मंकीपाक्स संक्रमण ऐसे फैलता है-
मंकीपाक्स वायरस त्वचा, आंख, नाक या मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। यह संक्रमित जानवर के काटने से या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ या फिर उसको छूने से हो सकता है।
मंकीपाक्स के ये हैं लक्षण
मंकीपाक्स के संक्रमण में बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द होता है। बुखार के समय अत्यधिक खुजली वाले दाने विकसित हो सकते हैं, जो चेहरे से शुरू होकर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं। संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है।