खुलेगा पाक का चिट्ठा, चलेगी पाक को आतंकी राष्ट्र घोषित कराने की मुहिम
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले सोमवार को यूएन की सालाना बैठक में अपना अभिभाषण देंगी और उनका भाषण पाकिस्तान के आतंकी चेहरे पर लगाये गये नकाब को पूरी तरह से उतारने में अहम साबित होगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के भाषण में हिजबुल आतंकी बुरहान बानी को शहीद बताने की गलती काफी भारी पड़ने वाली है। वैसे यूएन में भारत ने पाक पीएम के कश्मीर अलाप को करारा जवाब दे दिया है लेकिन भारत का जवाब अभी पूरा नहीं हुआ है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले सोमवार को यूएन की सालाना बैठक में अपना अभिभाषण देंगी और उनका भाषण पाकिस्तान के आतंकी चेहरे पर लगाये गये नकाब को पूरी तरह से उतारने में अहम साबित होगा।
संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के साथ ही भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की कई द्विपक्षीय वार्ताएं भी होंगी। इन सभी मुलाकातों में पाक समर्थित आतंक ही सबसे अहम मुद्दा होगा। भारत पहले ही दुनिया के अहम देशों से आग्रह कर चुका है कि पाकिस्तान को एक आतंकी देश घोषित किया जाना चाहिए। अहम देशों के नेताओं के साथ वार्ता में स्वराज नए सिरे से इस बात को रखने की कोशिश करेंगी।
सूत्रों के मुताबिक पूरी दुनिया अब मान रही है कि पाकिस्तान ही आतंक को बढ़ावा देने वाला देश है। इसलिए भारत को अब यह बात पुख्ता तरीके से बताने की जरूरत है कि कश्मीर के मौजूदा हालात के लिए पाकिस्तान की नीतियां ही जिम्मेदार हैं। कश्मीर व भारत के अन्य हिस्सों में आतंक को सरकारी नीति के तौर पर पाकिस्तान बढ़ावा दे रहा है। इसके बारे में ठोस सुबूत पेश करना भारत का अगला कदम है। इसके अलावा भारत में पाक की तरफ से हुए हमले की जांच में वहां की सरकार के रवैये का भी जिक्र होगा। किस तरह से वहां की सरकार आतंकी हमले की जांच को लेकर गंभीर नहीं होती। मुंबई और पठानकोट हमले की जांच इसका प्रमाण है। सूत्रों के मुताबिक स्वराज का भाषण पूरी तरह से पाकिस्तान केंद्रित नहीं होगा लेकिन आतंक के मुद्दे पर वह उसके अभी तक के सारे गोरखधंधों का पर्दाफाश करने वाला होगा।
सूत्रों के मुताबिक शरीफ के भाषण के बावजूद जिस तरह से दुनिया भर के देशों ने उड़ी हमले की कठोर शब्दों में निंदा की है और पाकिस्तान को आतंक की राह छोड़ने की ताकीद की है उससे स्वराज का काम और आसान हो गया है। स्वराज दुनिया को यह बता सकती हैं कि जिस आतंकी को शरीफ युवा नेता बता चुके हैं, दरअसल वह कई निर्दोष व सरकारी लोगों की हत्या का आरोपी है। इसके साथ ही पाकिस्तान की तरफ से पिछले एक वर्ष के भीतर किस तरह से भारतीय नियंत्रण रेखा का न सिर्फ उल्लंघन किया जा रहा है बल्कि वह आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने में मदद कर रही है। इस अवधि में पाक सेना की मदद से 19 बार बड़े घुसपैठ की कोशिश की गई है।
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