मुस्लिम तुष्टीकरण मामले में फिर निशाने पर सुषमा स्वराज
भिन्न धर्मों के दंपती के पासपोर्ट जारी करने में नियमों की अनदेखी करने पर सुषमा स्वराज की सोशल मीडिया पर खिंचाई हुई थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लखनऊ में पासपोर्ट जारी करने के एक मामले को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ट्विटर पर एक बार फिर से खिंचाई शुरू हो गई है। उन पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लग रहा है। खिंचाई का यह सिलसिला सुषमा के पति स्वराज कौशल के उस ट्वीट के बाद दोबारा शुरू हुआ जिसमें उन्होंने एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट दिखाया। इसमें उनसे कहा गया था- वह मंत्री (सुषमा स्वराज) को सिखाएं कि मुस्लिम तुष्टीकरण न करें। जिस व्यक्ति ने यह ट्वीट कर यह सलाह दी थी, उसके कई अन्य ट्वीट भी स्वराज कौशल ने रीट्वीट किए।
इससे पहले भिन्न धर्मों के दंपती के पासपोर्ट जारी करने में नियमों की अनदेखी करने पर सुषमा स्वराज की सोशल मीडिया पर खिंचाई हुई थी। इसमें महिला तन्वी सेठ की शिकायत पर पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्र का तबादला कर दिया गया था और अगले ही दिन तन्वी और उसके मुस्लिम पति का पासपोर्ट जारी कर दिया गया था। बाद में हुई तहकीकात में पाया गया कि दोनों के पासपोर्ट जारी होने में तकनीकी खामियां थीं।
विकास मिश्र की आपत्तियां सही थीं और महिला ने इसे बेवजह अंतर धार्मिक विवाह से जोड़कर प्रस्तुत किया। चूंकि अधिकारी विकास मिश्र का तबादला और अगले ही दिन दंपती का पासपोर्ट विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आदेश पर बना, इसलिए सोशल मीडिया पर वह लोगों के निशाने पर आ गईं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, विदेश मंत्री ने जो किया, वह उस समय उन्हें ठीक लगा था। फैसला उपलब्ध तथ्यों के आधार पर लिया गया था। इसलिए उस मामले में अब और कुछ किए जाने की जरूरत नहीं है।