H1N1 virus से पीड़ित है सुप्रीम कोर्ट के छह जज, जानिए इसके लक्षण और बचाव
एच 1 एन1 वायरस ने भारत में दस्तक दे दी है। सुप्रीम कोर्ट के छह जज भी इससे पीड़ित है। जानें क्या है इसके लक्षण और कैसे करें बचाव।
नई दिल्ली, एएनआइ। एच1 एन वायरस ने भारत में दस्तक दे दी है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के छह जज एच 1 एन 1 वायरस से पीड़ित हैं। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) एसए बोबडे से अनुरोध किया है कि वे इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी करें जिससे उत्पन्न होने वाली आपातकालीन स्थितियों का ध्यान रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया था कि अनुसूचित जाति टीकाकरण के लिए अधिवक्ताओं के लिए टीका उपलब्ध कराएगी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में आज (मंगलवार) कोर्ट रूम नंबर -2 में जस्टिस संजीव खन्ना को सुनवाई के दौरान मास्क पहने देखा गया।
क्या है एच1एन1 वायरस
एच1एन1 वायरस इनफ्लुएंजा का संबंध सूअरों से होता है। इस वजह से इससे होने वाली बीमारी को स्वाइन फ्लू कहा जाता है। सूअरों से ये वायरस इंसानों में फैलता है। ये वायरस बड़ी तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
वायरस के लक्षण
बाकी बीमारियों की तरह की स्वाइन फ्लू के लक्षण अन्य संक्रामक बीमारियों के जैसे ही होते हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को बुखार होता है। हालांकि ये लगातार नहीं बल्कि आता जाता रहता है। साथ ही मरीज को गले में खराश की शिकायत रहती है। जुकाम, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द की शिकायत भी रहती है।
ठंड़ लगने के साथ ही उल्टी और दस्त भी होता है। बीमारी बढ़ने के साथ ही मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होती है। इसी के साथ शरीर में पानी की कमी, गुर्दे में खराबी, डायबिटीज की शिकायत भी हो सकती है। इस तरह के लक्षण दिखने पर आप सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
बरते सावधानी
डॉक्टर स्वाइन फ्लू को रोकने के लिए सबसे पहले वार्षिक टीकाकरण की सिफारिश करते हैं। आप इंजेक्शन और स्प्रे की मदद से नाक के जरिए ले सकते हैं। हालांकि गर्भवती महिलाएं तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें। जो व्यक्ति फ्लू से पीड़ित है उन्हं कही आने जाने से बचना चाहिए। बुखार उतरने के बाद भी कम से कम 24 घंटे तक घर पर आराम करें। साफ-सफाई का ठीक से ध्यान रखें। खांसी आने पर अपने मुंह को अच्छी तरह से ढक लें।