कोरोना संकट के बीच वर्चुअल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का नया ड्रेस कोड हुआ जारी
सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने शाम को एक सर्कुलर में कहा कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए ड्रेस कोड में बदलाव की यह व्यवस्था की गई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के ड्रेस कोड में भी बदलाव किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने शाम को एक सर्कुलर में कहा कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए ड्रेस कोड में बदलाव की यह व्यवस्था की गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई के दौरान अगले आदेश तक वकील काला कोट और गाउन नहीं पहनेंगे। महिला वकील सफेद सलवार सूट या सफेद साड़ी पहनेंगी, उसके ऊपर वे काला कोट और गाउन नहीं पहनेंगी। इससे पूर्व उच्चतम न्यायालय स्टाफ को 24 अप्रैल को ही कोट पहनने से मना कर दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट के 13 मई के एक सर्कुलर में कहा कि कोर्ट के समक्ष वर्चुअल कोर्ट सिस्टम से हो रही सुनवाई के दौरान वकील अगले आदेश तक या चिकित्सा अनिवार्यता रहने तक 'सादे सफेद नेक बैंड के साथ,सादी सफेद शर्ट/सफेद-सलवार-कमीज/सफेद साड़ी पहन' सकते हैं। ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। बता दें कि विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए पहने जाने वाले कपड़ों को प्रतिदिन धोना बेहद जरूरी है। हालांकि, कोट और टाई के साथ ऐसा करना संभव नहीं है। इसलिए वकीलों के ड्रेस कोड से फिलहाल कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए कोर्ट और टाई को हटा दिया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच सुप्रीम कोर्ट ने संकेत दिया है कि 18 मई से होने वाला डेढ़ माह का ग्रीष्मावकाश इस बार नहीं होगा। पांच नियमित बेंच सोमवार से बैठना शुरू होंगी। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए ये बेंच वीडियो कांफ्रेंसिंग तकनीक के जरिए सुनवाई करेंगी। दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते सुप्रीम कोर्ट पिछले 22 मार्च से सिर्फ बेहद जरूरी मामलों की वीडियो कांफ्रेंसिंग तकनीक के जरिए सुनवाई कर रहा है।