सुप्रीम कोर्ट ने बनाई 5 संवैधानिक पीठ, ग्रीष्मावकाश में जारी रहेगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ग्रीष्मावकाश के लिए 3 जजों वाले पांच बेंचों के गठन का फैसला किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार कोबता दें कि पिछले 22 मार्च से तात्कालिक मामलों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही है। इस दौरान दो या तीन बेंचें बैठ रही थीं और उनमें पांच से दस मामले की ही सुनवाई हो रही थी और मामले पेंडिंग होते चले गए। श के लिए 3 जजों वाले पांच बेंचों के गठन का फैसला किया। यह बेंच 18 मई से 19 जून तक काम करेगी। सभी नए मामलों समेत लंबित, व तात्कालिक मामलों की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए यही बेंच करेगी।
हाई कोर्ट में भी ग्रीष्मावकाश रद
कई हाई कोर्ट में इस बार ग्रीष्मावकाश रद करने का फैसला लिया गया है। इन्होंने अपने अंतर्गत आने वाले जिला अदालतों को भी छुट्टियां बंद करने के निर्देश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन व अन्य बार ने सुप्रीम कोर्ट से इस बार ग्रीष्मावकाश रद करने का आग्रह किया था। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में लगभग 60 हजार मामले लंबित हैं।
इतिहास में पहली बार हुआ ये बदलाव
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार जज व वकील बिना जैकेट व गाउन में सुनवाई करते दिखे। सुप्रीम कोर्ट में वॉट्सएप भुगतान सेवा को रोकने के मामले पर सुनवाई के दौरान ऐसा देखा गया। मामले की सुनवाई करने वाले चीफ जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस ऋषिकेश राय बिना जैकेट, कोर्ट और गाउन के नजर आए। उन्होंने मामले की सुनवाई के दौरान केवल सफेद शर्ट और नेक बैंड पहना हुआ था।
सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल एस कालगांवकर की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, डॉक्टरों की सलाह के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए एहतियातन कोर्ट व गाउन न पहनें और अगले आदेश तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली सुनवाई के दौरान सफेद नेक बैंड के साथ सफेद पैंट या सफेद सलवार-कमीज या साड़ी पहन सकते हैं।