आजम खान को जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर चलने का डर, सुप्रीम कोर्ट में इस हफ्ते होगी सुनवाई
सपा नेता आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी के कुछ हिस्से पर योगी सरकार का बुलडोजर चलने की आशंका जताई है। इसको लेकर आजम ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट आजम की याचिका पर सुनवाई के लिए राजी हो गया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। सुप्रीम कोर्ट सपा के वरिष्ठ नेता और यूपी सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान की एक याचिका पर सुनवाई के लिए राजी हो गया है। आजम खान ने जमानत की शर्तों के तहत रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोजर चलने की आशंका जताई है। आजम खान की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में इसी हफ्ते सुनवाई होगी।
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने रखा पक्ष
आजम की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने जस्टिस डी वाई चंद्रकुड और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए मामले का उल्लेख किया। पीठ ने कहा कि वह मामले को इस सप्ताह सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करेगी।
वक्फ बोर्ड की संपत्ति का है मामला
मामला वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर गलत तरीके से कब्जा करने का है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय (Mohammad Ali Jauhar University) के लिए शत्रु संपत्ति हड़पने के मामले में कई शर्तें लगाई थी। आजम खान एवं अन्य के खिलाफ कथित तौर पर शत्रु संपत्ति हड़पने और करोड़ों रुपये से अधिक के सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के मामले में केस दर्ज किया गया था।
जेल से रिहा हुए आजम खान
बता दें कि 10 मई को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर अवैध कब्जे के मामले में आजम खान को जमानत दी थी।
जेल से छूटने के बाद छलका था सपा नेता आजम खान का दर्द
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य विधायक आजम खान 27 महीने के बाद जेल से रिहा हुए। अखिलेश यादव का नाम लिए बिना आजम ने कहा था कि मैं लंबे समय से जेल में था, पता नहीं राजनीतिक रूप से प्रदेश में क्या-क्या हुआ। कुछ मजबूरियां रही होंगी (एसपी के लिए)। मुझे कोई शिकायत नहीं है लेकिन अफसोस है कि कोई बदलाव नहीं आया। सोचूंगा कि मैं अपनी वफादारी, कड़ी मेहनत, ईमानदारी में कहां चूक गया कि मैं नफरत का ऐसा पात्र बन गया।