Move to Jagran APP

Amphan: आज बंगाल के दीघा तट से टकरा सकता है सुपर साइक्लोन 'अम्फान', भारी बारिश का अनुमान

कोविड-19 के बीच सुपर साइक्लोन अम्फान से डरे लोगों में पवित्र बाना का उड़ना और भय पैदा कर गया है। इसे श्रीजगन्नाथ जी के भक्त अशुभ संकेत मान रहे हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 09:45 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 12:41 AM (IST)
Amphan: आज बंगाल के दीघा तट से टकरा सकता है सुपर साइक्लोन 'अम्फान', भारी बारिश का अनुमान
Amphan: आज बंगाल के दीघा तट से टकरा सकता है सुपर साइक्लोन 'अम्फान', भारी बारिश का अनुमान

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। दक्षिण बंगाल सागर में बना समुद्री चक्रवात 'अम्फान' अति भीषण समुद्री चक्रवात (सुपर साइक्लोन) में तब्दील हो गया है। इसके प्रभाव से 19 और 20 मई को ओडिशा के तटीय जिलों में 120 से 130 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान है। विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने सोमवार को यह जानकारी दी। जेना ने 20 मई को 'अम्फान' के बंगाल के दीघा एवं बांग्लादेश के हाटिया द्वीप से टकराने की आशंका जताई है। जेना ने 12 तटीय जिलों को डीएम से प्रभावित इलाकों से लोगों के हटाने को कहा है। यह पूरी प्रक्रिया 19 को पूरी हो जाएगी। प्रभावित निचले इलाकों से 11 लाख लोगों को आश्रय स्थल पहुंचाने की व्यवस्था हो गई है।

loksabha election banner

प्रभावित जिलों के लिए ओड्राफ व एनडीआरएफ की 25 टीमें तैयार

एहतियात के तौर पर प्रभावित होने वाले जिलों के लिए ओड्राफ व एनडीआरएफ की 25 टीमें भेज दी गई है। इसके अलावा दो और एनडीआरएफ की टीम भद्रक एवं एक टीम बालेश्वर भेजी गई है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बालेश्वर जिले के दौरे पर हैं, जबकि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक केंद्रपाड़ा और जगत¨सहपुर जिले के दौरे पर हैं। अग्निशमन विभाग की टीम रिजर्व में रखी गई है। साथ ही जेसीबी, बिजली विभाग की टीम, लेबर आदि को तैनात रखा गया है। निचले इलाके में कच्चे मकान, छप्पर के मकान में रहने वाले लोगों को आश्रय स्थल में चले जाने के लिए अनुरोध करने के साथ उनके स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

19 एवं 20 मई को भारी बारिश का अनुमान

19 एवं 20 मई को उत्तर ओडिशा के पांच जिले बालेश्वर, भद्रक, जगत¨सहपुर, केंद्रपाड़ा एवं मयूरभंज में भारी से भारी बारिश होने का अनुमान है। पुरी, खुर्दा एवं कटक जिले में भी बारिश होगी। वर्तमान में चक्रवात पारादीप से 780 किमी. एवं दीघा से 930 किमी. दूरी पर है, जो धीरे-धीरे शक्तिशाली होता जा रहा है। उत्तर दिशा में यह आठ किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से गति कर रहा है। समुद्र के अंदर 230 से 265 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है, जो कि 12 घंटे तक जारी रहेगी। इसके बाद हवा की गति कम होगी और 'अम्फान' तट से टकराएगा।

घर भेजे जाएंगे निगेटिव रिपोर्ट वाले क्वारंटाइन में रह रहे मरीज

जेना ने दावा किया कि 'अम्फान' से पहले प्रभावित होने वाले जिलों के लोगों को जल्द ही स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इसके साथ ही जो क्वारंटाइन सेंटर में हैं और उनकी रिपोर्ट निगेटिव है, उन्हें उनके घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी। मछुआरों को समुद्र में न जाने की पहले ही हिदायत दे दी गई है। मछुआरों को नाव, मोटरचालित नाव को अच्छी तरह से बांध कर रखने को कहा गया है, अन्यथा नावों के नुकसान होने का अनुमान है। उन्होंने एहतियात के तौर पर लोगों को अपने परिवार कही सुरक्षा का विशेष ख्याल रखने को कहा है। जमीन व गाड़ी जैसे जरूरी कागजात, गहने आदि को अपने साथ आश्रय स्थल तक ले जाने को कहा है।

पुरी श्रीमंदिर नीलचक्र की पताका उड़ी

श्रीक्षेत्र धाम पुरी में मौजूद महाप्रभु श्रीजगन्नाथ जी के मंदिर के नीलचक्र से पवित्र बाना (मंदिर के शीर्ष भाग में बांधी जाने वाली पताका) के उड़ जाने की खबर से ओडिशा के लोग सोमवार को और खौफजदा हो गए। कोविड-19 महामारी के बीच सुपर साइक्लोन अम्फान से डरे लोगों में पवित्र बाना का उड़ना और भय पैदा कर गया है। इसे श्रीजगन्नाथ जी के भक्त अशुभ संकेत मान रहे हैं। चक्रवात अम्फान के कारण प्रदेश के साथ श्रीक्षेत्र धाम में सामान्य से तेज हवा चल रही है। इसी हवा में नीलचक्र की पताका उड़ गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.