सुनंदा पुष्कर की मौत मामले का जल्द होगा खुलासा
सुनंदा पुष्कर हत्याकांड की जांच कर रही एसआइटी के सामने घटना की तस्वीर साफ हो गई है। वह इस निष्कर्ष के करीब पहुंच गई है कि सुनंदा की हत्या कैसे हुई? हत्या किसने की और साजिश में कौन-कौन लोग शामिल थे?
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सुनंदा पुष्कर हत्याकांड की जांच कर रही एसआइटी के सामने घटना की तस्वीर साफ हो गई है। वह इस निष्कर्ष के करीब पहुंच गई है कि सुनंदा की हत्या कैसे हुई? हत्या किसने की और साजिश में कौन-कौन लोग शामिल थे?
शायद इसीलिए बुधवार को पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी ने कहा कि मामले का खुलासा जल्द हो जाएगा। बस्सी ने कहा कि एसआइटी पूछताछ व सुबूतों के आधार पर कड़ियों को जोड़ रही है। एसआइटी सुनंदा के पति व पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर से अधिक देर तक पूछताछ नहीं कर सकी। पूछताछ के लिए चार घंटे का ही समय मिल पाया। जरूरत पड़ने पर उन्हें दोबारा बुलाया जा सकता है।
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बस्सी ने गत दिनों एसआइटी के सभी पांचों अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय बुलाकर गोपनीय बैठक की थी। उन्हें कुछ दिशा-निर्देश दिए गए थे। वह रोजाना एसआइटी से रिपोर्ट ले रहे हैं। शशि थरूर से पूछताछ के बाद मंगलवार को बस्सी ने दोबारा एसआइटी के अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय बुलाया और विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
थरूर 15 जनवरी की रात नहीं थे होटल में
सुनंदा हत्याकांड में नया मामला भी सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले साल 15 जनवरी को जब सुनंदा पारिवारिक दोस्त डॉ. संजय दिवान व घरेलू सहायक नारायण सिंह के साथ होटल लीला आईं, तो उस रात शशि थरूर होटल नहीं आए थे। वह रात में कहा रुके थे, पुलिस यह पता लगा रही है।
तीन दिन पूर्व शशि थरूर से हुई पूछताछ में भी इस संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। सुनंदा उस रात संजय के साथ कमरा नंबर 307 में ठहर गई थीं। अगले दिन 16 जनवरी को वह होटल से बाहर निकली थीं। वह कहां गई थीं? उनके साथ कौन-कौन थे? पुलिस इस बात का पता लगा रही है। 16 जनवरी को भी सुनंदा काफी तनाव में थीं। फोन पर थरूर से उनका झगड़ा हुआ था। सुनंदा ने थरूर को बर्बाद करने की धमकी भी दी थी।
विसरा विदेश भेजने की संस्तुति की
एसआइटी ने पुलिस आयुक्त को पत्र सुनंदा का है। अब पुलिस के आला अधिकारी व केंद्र सरकार यह निर्णय लेगी कि जांच के लिए विसरा किस देश में भेजा जाए।
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गौरतलब है कि पुलिस आयुक्त पहले ही कह चुके हैं कि जहर का पता लगाने के लिए विसरा को विदेश भेजा जा सकता है। लंदन व कुछ अन्य देशों की बात कही गई थी। सुनंदा के शव का पोस्टमार्टम करने वाले एम्स के मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा है कि अपने देश की प्रयोगशालाओं में सुनंदा को दिए गए जहर का पता नहीं लगाया जा सकता है।
सुनंदा का लैपटॉप व मोबाइल फॉरेंसिक जांच को भेजा
दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर की दिवंगत पत्नी सुनंदा पुष्कर के लैपटॉप और मोबाइल को जांच के लिए गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक साइंस निदेशालय (डीएफएस) भेजा है। पुलिस को सुनंदा के लैपटॉप और मोबाइल से कुछ अहम सुबूत मिलने की उम्मीद है।
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सुनंदा हत्याकांड मामले में विशेष जांच टीम ने सोमवार को शशि थरूर से पूछताछ की थी। इसके अगले दिन मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने सुनंदा के मोबाइल और लैपटॉप की गहन जांच कराने का फैसला किया। डीएफएस निदेशक जेएम व्यास ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘दिल्ली पुलिस के अधिकारी मंगलवार को आए थे और सीलबंद लिफाफे में सुनंदा का मोबाइल व लैपटॉप दे गए।’
उन्होंने कहा, ‘हमें इसकी जांच कर जरूरी जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है ताकि पुलिस को तहकीकात में मदद मिल सके। हमें अंतिम रिपोर्ट देने की कोई समयसीमा नहीं मिली है लेकिन जितनी जल्द हो सकेगा, हम यह काम पूरा करने की कोशिश करेंगे। डीएफएस के पास ऐसी तकनीक है जो मोबाइल या लैपटॉप से मिटाई जा चुकी फाइलों को भी खोज लेती है।’
व्यास ने कहा,‘हमें यह जानकारी मिल सकती है कि मौत से पहले सुनंदा की किन लोगों से मोबाइल पर बातचीत हुई थी। ऐसी जानकारी पुलिस के लिए अहम साबित हो सकती है।’
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