भड़काऊ लेख मामले में स्वामी से हुई पूछताछ
एक अखबार में भड़काऊ लेख लिखने के मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी से पूछताछ की। अपने वकील के साथ स्वामी दिल् ...और पढ़ें

नई दिल्ली। एक अखबार में भड़काऊ लेख लिखने के मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी से पूछताछ की।
अपने वकील के साथ स्वामी दिल्ली पुलिस की आपराधिक शाखा के अंतरराज्यीय प्रकोष्ठ में सुबह 11 बजे पहुंचे। जनता पार्टी प्रमुख को इस मामले में संभावित गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली च्च्च न्यायालय ने 30 जनवरी तक अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है।
दिल्लीच्उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को स्वामी को अंतरिम सुरक्षा प्रदान करते हुए ये वचन देने के लिए कहा था कि वह भविष्य में इस तरह के लेख नहीं लिखेंगे। अदालत ने स्वामी की अंतरिम जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करते हुए जवाब भी मांगा था।
दिल्ली पुलिस ने तीन अक्टूबर को समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने के आरोप में स्वामी के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था। मुस्लिमों को मताधिकार से वंचित करने के सुझाव के बारे में उनकी टिप्पणी पर मामला दर्ज किया गया था।
अपराध शाखा ने जुलाई में एक अखबार में उनका लेख प्रकाशित होने के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए के तहत एक मामला दर्ज किया था।
इससे पूर्व रांची में भाजपा नेता सरयू राय की पुस्तक 'मधु कोड़ा लूट राज' का लोकार्पण करते हुए जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि बाबा रामदेव पर स्याही फेंकने वाला कामरान सिद्दीकी कांग्रेसी एजेंट है।
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली नगर निगम का चुनाव लड़ चुका है और पंद्रह दिन पहले ही जेल से रिहा हुआ है। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने उसके एनजीओ को 25 लाख रुपये का अनुदान दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ईमानदार और पढ़े-लिखे नेता हैं, लेकिन उनमें भ्रष्टाचार से लड़ने का माद्दा नहीं है। डा. स्वामी ने दावा किया कि इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर में मध्यावधि चुनाव तय है, सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए।
रविवार को एटीआई सभागार में पुस्तक की चर्चा करते हुए डा. स्वामी ने कहा कि इसमें भ्रष्टाचार के तंत्र का बेहद शोध परक और विस्तृत विवेचन किया गया है।
पुस्तक की हर लाइन का दस्तावेजी प्रमाण भी उपलब्ध है। हाल-फिलहाल के दो बड़े घोटालों में से एक में अनुसूचित जनजाति के नेता कोड़ा व एक में अनुसूचित जाति के नेता राजा को आगे कर पूरा खेल रचा गया। डा. स्वामी ने कहा कि भ्रष्टाचार के परिणाम बहुआयामी हैं। अफजल गुरु व कसाब को फांसी नहीं लगाने के तार भी राजनीतिज्ञों के भ्रष्टाचार से जुड़ा है।
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