फेलोशिप और स्कालरशिप के लिए छात्रों को अब नहीं पड़ेगा भटकना, सरकार तैयार कर रही सिंगल विंडो प्लेटफार्म
मौजूदा समय में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से स्कूली स्तर से लेकर स्नातक परास्नातक पीएचडी आदि स्तरों पर छात्रों और शोधार्थियों के लिए फेलोशिप और स्कालरशिप योजनाएं संचालित की जाती हैं ।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के जरिये आम लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने की कोशिशों के बीच सरकार का जोर अब इसकी सुलभता की ओर भी है। इसके लिए सरकार विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय सहित इस क्षेत्र से जुड़े दूसरे मंत्रालयों और संगठनों की ओर से चलाई जा रही सभी फेलोशिप और स्कालरशिप योजनाओं को अब एक प्लेटफार्म पर लाने की तैयारी कर रही है। इसका सबसे बड़ा फायदा छात्रों और शोधार्थियों को मिलेगा, जिन्हें अब तक इन योजनाओं से जुड़ी जानकारियों के लिए यहां-वहां भटकना पड़ता था। इसके साथ ही एक जैसी योजनाओं के लिए एक आवेदन की भी व्यवस्था होगी।
मौजूदा समय में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की ओर से स्कूली स्तर से लेकर स्नातक, परास्नातक, पीएचडी आदि स्तरों पर छात्रों और शोधार्थियों के लिए फेलोशिप और स्कालरशिप योजनाएं संचालित की जाती हैं।
अलग-अलग स्तरों पर आवेदन करने, परीक्षा देने और साक्षात्कार की है व्यवस्था
इसी तरह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जैव प्रौद्योगिकी और सीएसआइआर की ओर से भी रिसर्च एसोसिऐटशिप जैसी योजनाएं संचालित की जाती हैं। इन सभी में चयन के लिए अभी अलग-अलग स्तरों पर आवेदन करने, परीक्षा देने और साक्षात्कार आदि की व्यवस्था है।
फिलहाल इन्हें आसान बनाने के साथ ही छात्र केंद्रित रखने के लिए कहा गया है। साथ ही इससे दोहराव भी खत्म होगा। अभी छात्र एक ही समय में कई स्कालरशिप और फेलोशिप प्रोग्राम के लिए आवेदन करते हैं।
बिहार में पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के आवंटन की प्रक्रिया लगभग पूरी
वहीं, दूसरी ओर बिहार सरकार द्वारा दी जाने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के आवंटन की प्रक्रिया लगभग-लगभग पूरी हो गई है। काफी लंबे समय से स्कालरशिप का इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स के लिए थोड़ी राहत देने वाली खबर है।
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