मध्य प्रदेश के श्योपुर में कोरोना जांच के लिए गई टीम पर पथराव, एएसआई घायल, आरोपी गिरफ्तार
पुलिस व जांच टीम को देखकर गोपाल का पिता गंगाराम भड़क गया और कहने लगा हम भूखे मर रहे थे तब कोई नहीं आया बेटा आया तो सब आ गए।
श्योपुर (विजयपुर), राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के श्योपुर के गसवानी कस्बे में इंदौर से आए युवक की कोरोना जांच के लिए पहुंची स्वास्थ्य और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया गया। पथराव से बचने के लिए डॉक्टर व पुलिसकर्मी इधर-उधर भागे, लेकिन, सिर में पत्थर लगने से एक एएसआई घायल हो गए। मप्र में कोरोना की जांच टीम पर हमले की यह दूसरी घटना है। इससे पहले इंदौर के टाटपट्टी बाखल में ऐसी ही घटना हो चुकी है।
श्योपुर जिले के गसवानी निवासी गोपाल पुत्र गंगाराम शिवहरे इंदौर में मजदूरी करता है। लॉकडाउन में वह एक माह से इंदौर में फंसा हुआ था। बुधवार अल सुबह वह किसी तरह अपने गांव पहुंच गया था।
पड़ोसियों ने दी पंचायत को सूचना
इंदौर में जिस तरह से कोरोना ने कहर बरपाया हुआ है, उससे गोपाल के पड़ोसी भी डर हुए हैं। उन्होंने पंचायत को गोपाल के पहुंचने की सूचना दी। इस पर पंचायत के सहायक सचिव विश्राम आदिवासी ने सूचना स्वास्थ्य विभाग व गसवानी थाने को दी। इसके बाद डॉ. पवन उपाध्याय टीम लेकर गोपाल के घर पहुंचे, लेकिन, उसके स्वजनों ने उसे घर में छिपा दिया और स्क्रीनिंग के लिए तैयार नहीं हुए। डॉक्टर ने सूचना थाने में दी तो एएसआई श्रीराम अवस्थी तीन-चार आरक्षकों के साथ मौके पर पहुंच गए।
'हम भूखे मर रहे थे तब कोई नहीं आया, बेटा आया तो सब आ गए' घर पर
पुलिस व जांच टीम को देखकर गोपाल का पिता गंगाराम भड़क गया और कहने लगा 'हम भूखे मर रहे थे तब कोई नहीं आया, बेटा आया तो सब आ गए'। गंगाराम अपने बेटे को घर से बाहर निकालने को राजी नहीं हुआ। पुलिस ने घर में घुसने का प्रयास किया तो गंगाराम ने एक पत्थर उठाकर फेंका जो एएसआई अवस्थी के सिर में लगा। इसके बाद गंगाराम ने दो-तीन पत्थर और फेंके जो एएसआई के पैरों में लगे। मौके का फायदा उठाकर परिजनों ने गोपाल को घर से भगा दिया।
मां-बाप व बेटों पर केस, दो गिरफ्तार, दो फरार
गसवानी थाना प्रभारी बृजमोहन रावत ने बताया कि गंगाराम, उसकी पत्नी राधाबाई, बेटा गोपाल व आशीष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने गंगाराम व आशीष को गिरफ्तार कर लिया जबकि राधाबाई व गोपाल घर से भाग गए।