हेलीकॉप्टर से छड़ी मुबारक पवित्र गुफा के लिए रवाना, कल गुफा में प्रवेश करेगी बाबा बर्फानी की छड़ी
24 वर्षो में यह दूसरा अवसर है जब छड़ी मुबारक को हेलीकॉप्टर से पवित्र गुफा में ले जाया गया है। इससे पूर्व 1996 में यात्रा मार्ग पर बादल फटने के कारण यह कदम उठाया गया था।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। बाबा अमरनाथ की पवित्र छड़ी बुधवार सुबह हर-हर महादेव और जय बाबा बर्फानी के जयघोष के बीच हेलीकॉप्टर के जरिये समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए रवाना हो गई। यह रात को पंचतरणी में रुकेगी और गुरुवार को पवित्र गुफा में प्रवेश करेगी। इसके साथ ही बाबा बर्फानी के मुख्य दर्शन और पूजा का विधान संपन्न होगा।
पवित्र छड़ी मुबारक के संरक्षक और दशनामी अखाड़ा के महंत दीपेंद्र गिरी ने बाबा अमरनाथ यात्रा की अवधि कम किए जाने और छड़ी मुबारक को पारंपरिक तरीके से रवाना होने की अनुमति न देने पर रोष जताते हुए कहा कि सुरक्षा तो ठीक है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं का अपना महत्व है।
24 वर्षो में यह दूसरा अवसर है जब छड़ी मुबारक को हेलीकॉप्टर से पवित्र गुफा में ले जाया गया है। इससे पूर्व 1996 में जम्मू और पत्नीटॉप के बीच समरोली के निकट भूस्खलन व बारिश के कारण सड़क का एक हिस्सा बह जाने और यात्रा मार्ग पर बादल फटने के कारण यह कदम उठाया गया था। उस समय छड़ी मुबारक जम्मू से ही रवाना होती थी।
हालांकि छड़ी मुबारक को गत 10 अगस्त को दशमी के दिन रवाना होना था। उसे पहलगाम से पवित्र गुफा तक उन सभी पौराणिक तीर्थस्थलों पर सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरे करने थे, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। प्रशासन को आशंका थी कि छड़ी मुबारक को शरारती तत्व निशाना बना सकते हैं।
यह आशंका भी अकारण नहीं थी क्योंकि दशनामी अखाड़ा श्रीनगर में गाजापट्टी कहलाने वाले मैसूमा में ही है। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का मुख्यालय और यासीन मलिक का घर भी इससे चंद मीटर के फासले पर ही है।